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वीवीएस लक्ष्मण ने यह तसवीर ट्विटर पर शेयर की है।

दिल्ली की ख़राब हवा से इंदौर में गंभीर की जलेबी हुई 'ज़हरीली'!

दिल्ली की हवा ज़हरीली है। इससे निपटने के लिए शहरी विकास मंत्रालय की संसदीय स्टैंडिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई। लेकिन इसमें न तो अधिकतर अफ़सर आए और न ही स्थानीय सांसद। बैठक रद्द करनी पड़ी। इस बीच क्रिकेटर रहे दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर की इंदौर में जलेबी खाते हुए तसवीर सामने आ गई। फिर क्या था, आम आदमी पार्टी ने ताबड़तोड़ ट्वीट कर हमले किए। पहले गौतम गंभीर की जलेबी खाने की तसवीर पर तंज कसे। फिर इसने दावा किया कि बीजेपी सरकार में मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने हवा प्रदूषण पर तीन बैठकें रद्द कीं, बीजेपी नेता विजय गोयल ने ऑड-ईवन नियमों को तोड़ा और गौतम गंभीर बैठक से अनुपस्थित रहे।

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यह विवाद इसलिए खड़ा हुआ क्योंकि दीपावली के बाद से हवा की स्थिति ज़्यादा ख़राब है। इनमें से ज़्यादातर दिनों में प्रदूषण का स्तर ख़तरनाक स्तर पर बना हुआ है। ऐसे ही ख़तरनाक स्तर को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार से पूछा कि दिल्ली बुरी तरह प्रभावित है, आज भी एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई क़रीब 600 के क़रीब है, ऐसे में लोग साँस कैसे लें? सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को प्रदूषण से निपटने के लिए पूरी दिल्ली में एयर प्यूरीफ़ायर टावर लगाने के लिए योजना बनाने को कहा है। एक अनुमान के मुताबिक़ दिल्ली में हवा प्रदूषण से होने वाली बीमारियों के कारण हर रोज़ कम से कम 80 लोगों की मौत होती है। इसी तथ्य से ख़राब हवा के असर का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।

इतनी गंभीर समस्या पर संसदीय स्टैंडिंग कमेटी की बैठक शुक्रवार को बुलाई गई थी। यह स्टैंडिंग कमिटी की पहली बैठक थी। कमेटी की ओर से जिन अधिकारियों को समन किया गया था और प्रेजेंटेशन देने को कहा गया था उन्होंने अपने जूनियर अधिकारी को भेज दिया। 'न्यूज़ 18' की रिपोर्ट के अनुसार, एमसीडी के तीन कमिश्नर, डीडीए के वाइस चेयरमैन और पर्यावरण के सचिव/संयुक्त सचिव बैठक में नहीं आए। डीडीए के अधिकारी और म्युनिसिपल चेयरपर्सन भी शामिल नहीं हुए। कुल 21 लोकसभा सांसद और आठ राज्यसभा के सदस्यों को बैठक में बुलाया गया था। इसमें से सिर्फ़ चार- जगदंबिका पाल, हसनैन मसूदी, सीआर पाटिल और संजय सिंह ही बैठक में शामिल हुए। 

अधिकतर वरिष्ठ लोगों के नहीं आने के कारण बैठक कुछ ही मिनटों में ख़त्म कर दी गई। कमेटी चेयरमैन जगदंबिका पाल ने नाराज़गी जताई। इसी कारण प्रेजेंटेशन भी रद्द कर दी गई। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि गौतम गंभीर को भी इस बैठक में शामिल होना था, जो इस वक़्त इंदौर में चल रहे भारत-बांग्लादेश टेस्ट मैच में कमेंट्री कर रहे हैं। क्रिकेटर रहे वीवीएस लक्ष्मण ने गंभीर और एक अन्य के साथ जलेबी खाते हुए तसवीरें ट्वीट की हैं।

भले ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी को प्रदूषण नियंत्रित करने में असफल रहने पर सुप्रीम कोर्ट की नाराज़गी झेलनी पड़ रही हो, लेकिन इस बैठक में अनुपस्थित रहने और गंभीर की जलेबी खाते तसवीरें वायरल होने के बाद उसे मौक़ा मिल गया। इसे आम आदमी पार्टी ने हाथों हाथ लिया। आम आदमी पार्टी ने इन तसवीरों को ट्वीट करते हुए बीजेपी और इसके नेताओं पर प्रदूषण के मामले संवेदनशील नहीं होने का आरोप लगाया। बता दें कि आप नेता संजय सिंह बैठक में शामिल हुए थे।

आम आदमी पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट किया, 'गौतम गंभीर के ट्वीट और बयान बेहद बदतमीज़ी से भरे और घमंड में डूबे होते हैं। इसलिए उनके प्रति लोगों का गुस्सा जायज़ है। सांसद बनने के बाद उन्हें कमेंटरी के पैसों और शोहरत का लालच त्यागना चाहिए। जिन लोगों ने उन्हें चुना हैं, उन लोगों के काम करने चाहिए।'

आप ने गौतम गंभीर का एक पुराना ट्वीट भी शेयर किया है जो उन्होंने 1 नवंबर को ट्वीट किया था। गंभीर ने लिखा था, 'दिल्ली बेदम है और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल एफ़वाईआई सेंटर, ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे पर प्रेस कॉन्फ़्रेंस करने में व्यस्त हैं। मुख्यमंत्री को जाकर देखना चाहिए कि कितनी कंस्ट्रक्शन साइट्स को ढका गया है। इडीएमसी ने 70 करोड़ की क़ीमतों की 52 सुपर मशीनें लगाई हैं ताकि प्रदूषण कम हो और डीडीए ने सबसे बड़ा पौधरोपण अभियान किया है।'

आम आदमी पार्टी के इस हमले के बाद अब प्रदूषण पर राजनीति और गर्माने की संभावना है। वह पहले भी प्रदूषण को लेकर केजरीवाल सरकार पर हमलावर रहे हैं। देर शाम को गौतम गंभीर ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मेरा काम ही बोलता है। उन्होंने आगे लिखा कि अगर मुझे गाली देने से दिल्ली का प्रदूषण कम होगा तो आप (आम आदमी पार्टी) जी भर के गाली दीजिए। गंभीर ने इस पर लंबा-चौड़ा बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया है कि उनकी प्रतिबद्धता को उनके काम से आँका जाए। उन्होंने लैंडफिल, सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन, स्कूलों में डिजिलट क्लास जैसे क्षेत्र में अपने काम गिनाए। लेकिन गंभीर ने इस पर सफ़ाई नहीं दी कि वह बैठक में क्यों नहीं शामिल हुए। 
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क़मर वहीद नक़वी

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