निर्मला सीतारमण के पति ने उनकी तीखी आलोचना की है और ये कहा है कि अब तो भगवान के नाम पर कुछ कदम उठा ले । उनके पति परकाल प्रभाकर ने ट्वीट कर अपनी पत्नी के बयान पर अपनी नाराज़गी जताई है ।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आठ प्रमुख सेक्टरों में नीतिगत बदलाव की घोषणा का बीजेपी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस से जुड़े भारतीय मज़दूर संघ ने कड़ा विरोध किया है।
विकास दर से जुड़े तमाम आँकड़े बताते हैं कि स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, पर गौर करने पर यह तसवीर सामने आती है कि स्थिति उतनी बुरी भी नहीं है, जितनी लोग समझ रहे हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने निर्मला सीतारमण को 'निर्बला' सीतारमण कहा। जवाब में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने जीडीपी के ही भविष्य में ख़त्म होने की संभावना जताई और कहा कि यह रामायण या महाभारत नहीं है। इकॉनमी पर चल रही बहस के दौरान उठ रहे ग़ैर गंभीर बयानों पर देखिए शीतल के सवाल।
अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आख़िर सरकार आर्थिक बदहाली की बात क्यों नहीं मानती है? जब ख़ुद सरकारी एजेंसियाँ और रिज़र्व बैंक आर्थिक स्थिति से जुड़े चिंताजनक आँकड़े देते हैं, सरकार क्यों लगातार इनकार कर रही है? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति परकल प्रभाकर ने ही की है। देश की आर्थिक स्थिति ख़राब है। निर्मला के पति ने क्यों उठाये सवाल? क्या निर्मला उनकी बात को सुनेंगी और आर्थिक फ़ैसले में बदलाव लाएँगी? सत्य हिंदी पर देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कॉरोपोरेट जगत को करोें में छूट देने के पीछे क्या थी वजह? बजट से निराश शेयर बाजार को 17.60 खरब रुपये का नुक़सान हो चुका है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई तरह के नए सुधारों का एलान किया है ताकि देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके। उन्होंने निर्यात बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण स्कीमोें, छूटो और प्रशासनिक बदलावों का एलान भी किया।
सरकारी आँकड़े हैं कि बेरोज़गारी 45 साल के रिकॉर्ड स्तर पर है। नौकरियाँ जा रही हैं। अर्थव्यवस्था में मंदी है। ऑटो सेक्टर की हालत ख़राब है। फिर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से लेकर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय तक क्यों कह रहे हैं कि सबकुछ ठीक है? देखिए आशुतोष की बात में पूरी रिपोर्ट।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर ज़ोरदार हमला करते हुए कहा कि बेहतर होगा कि वह वित्त और अर्थव्यवस्था के मुद्दोें पर कुछ बोलने के पहले ठीक से होम वर्क कर लें।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सरकार ने बेनामी कंपनियों यानी शेल कंपनी के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनका पता लगाया और उन्हें बंद करवा दिया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकिंग सेक्टर में बहुत बड़े फ़ैसले का एलान करते हुए कहा कि बैंकों का विलय किया जाएगा। इस विलय के बाद सिर्फ़ 12 सरकारी बैंक बच जाएँगे।