शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक, हेडलाइंस टुडे, तेज़ और दिल्ली आजतक की 200 संवाददाताओं की टीम का नेतृत्व किया।
कोरोना में मौत वायरस से नहीं बल्कि उसके चलते फेफड़े में निमोनिया से होती है। इससे मौत रोकने के लिए डाक्टरों ने इलाज खोज लिया है वो है स्टेरॉइड। डॉ. अशोक सिंह, डॉ. आशुतोष चिटनीस और डॉ. मीनाक्षी धर से सुनिए इस अदभुत दवा के बारे में।
टीआरपी रेटिंग में गड़बड़ी का सबसे बड़ा कारण बहुत कम संख्या में बॉक्स का लगाया जाना है। देश में इस समय 44 हज़ार बॉक्स लगे हैं। जबकि टीवी सेट की संख्या 20 करोड़ है और क़रीब 80 करोड़ लोग रोज़ टीवी देखते हैं।
डब्ल्यूएचओ और भारत में आईसीएमआर ने इसके उपयोग की अनुमति दे दी है। लेकिन इसकी डोज़ को तय करने के लिए एक साधारण क्लीनिकल ट्रायल की ज़रूरत है जिसको लेकर आईसीएमआर ने चुप्पी साध रखी है।
बिहार में मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जेडीयू, बीजेपी और पासवान के गठबंधन ने जीत का शंख अभी से बजाना शुरू कर दिया है। विपक्ष और आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव कांग्रेस की लंगड़ी बैशाखी के बूते चुनाव में कूद रहे हैं। कैसा होगा लॉकडाउन के बाद का पहला चुनाव। शैलेश का विश्लेषण
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो का आँकड़ा है कि 2012 से 2017 में बलात्कार के मामले 35 फ़ीसदी बढ़े। 2012 में निर्भया कांड के बाद कई क़ानून में बदलाव हुए, लेकिन दुष्कर्म नहीं कम हुए। क्या क़ानून-व्यवस्था की विफलता के कारण हाथरस गैंगरेप जैसे मामले बढ़ रहे हैं?
क्या बिहार विधान सभा चुनाव में जातीय समीकरण ही सब कुछ तय करेगा? यह एक बड़ा सवाल है। बीजेपी और नीतीश इसके लिए तैयार हैं। तेजस्वी को अपना क़ूबत दिखाना है। यह भी तय होना है कि मतदाता जब डर से ख़ामोश रहता है तो रिज़ल्ट क्या होता है।
देश में बढ़ते अपराधों का एक बड़ा कारण हमारी क़रीब डेढ़ सौ साल पुरानी क़ानून व्यवस्था है। इनकम टैक्स ट्रिब्युनल के पूर्व सदस्य और क़ानून विशेषज्ञ शैलेंद्र यादव बता रहे हैं कि कैसे क़ानून में बदलाव करके अपराध रोका जा सकता है।
दुनिया भर में कम से कम पाँच देशों में कोरोना वैक्सिन का ट्रायल अंतिम पड़ाव पर है। ब्रिटेन से डॉ. अशोक जैनर और मुंबई से डॉ. अशोक सिंह बता रहे हैं, क्या ये वैक्सिन बहुत जल्दी बाज़ार में आएँगी और कितना कामयाब होंगी।
भारत चीन सीमा पर दोनो देशों की सेना के भारी जमावड़े का क्या मतलब है। क्या युद्ध हो सकता है। भारत चीन सीमा पर तैनात रह चुके कर्नल सुमित सेन ( रिटायर्ड ) बता रहे हैं चीन का इरादा क्या है।
तेलंगाना में कोरोना के दो ऐसे मरीज़ पाए गए जिन्हें दूसरी बार संक्रमण हो गया। तो क्या एक बार संक्रमण के बाद इम्यूनिटी की बात ग़लत है। राजीव गाँधी कैंसर इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर डॉ. सुधीर रावल बता रहे हैं क्यों होता है दोबारे संक्रमण?
अमेरिका में कितनी गहरी है नस्लवादी सोच और किस तरह अश्वेतों और एशियाई मूल के लोगों को संदेह की नज़र से देखा जाता है, आपबीती बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार शैलेश।
चीन और भारत सीमा पर तैनात रह चुके कर्नल सुमित सेन (रिटायर्ड ) बता रहे हैं कि लद्दाख़ में चीन के इरादे क्या हैं। क्या वो स्थायी रूप से क़ब्ज़ा के लिए पैंगोंग इलाक़े में आया है।
बिहार में नवंबर तक चुनाव नहीं होने पर राष्ट्रपति शासन लग जाएगा। बाद में चुनाव का कमान राज्यपाल के हाथों में होगा। क्या तब एन डी ए में नीतीश का दबदबा क़ायम रहेगा?
रूस में विकसित कोरोना वैक्सीन को लेकर डाक्टरों में विवाद छिड़ गया है। वरिष्ठ डाक्टर राजीव राजपूत और डॉ. राजकमल चौधरी बता रहे हैं क्या है इस वैक्सीन को लेकर सवाल।
फ़िल्म और टी वी के एक्टरों की आत्महत्या से चौंक गए हैं न। तो समझ लीजिए आत्महत्या एक बीमारी है। कोरोना काल में ये तेजी से बढ़ रहा है। अपने क़रीबी लोगों को आत्महत्या से बचाने का उपाय बता रहे हैं - डॉ. अशोक जैनर और डॉ. सोम शेखर।
क्या भारत अब चीन पर भी ‘भय बिन होत न प्रीत’ का सिद्धांत लागू करने की स्थिति में है। प्रधानमंत्री का इशारा किस की तरफ़ था। वरिष्ठ पत्रकार हरि कुमार का बेबाक़ विश्लेषण।
कोरोना को लेकर क्या बड़ा ख़तरा अभी बरकरार है। चार मशहूर डॉक्टर इंग्लैंड से डॉ. अशोक जैनर, दिल्ली से डॉ. सुधीर रावल, बिहार में भागलपुर से डॉ. हेम शंकर शर्मा और कोलकाता से डॉ. अजितेश घोसाल बता रहे हैं क्या है कोरोना से नया संकट।
पाँच रफ़ाल लड़ाकू विमानों के आने से मीडिया में जश्न का माहौल है। सवाल ये है कि क्या रफ़ाल भारत को चीन से लड़ने के क़ाबिल बना देगा? वरिष्ठ पत्रकार रंजीत कुमार बता रहे हैं भारत के सामने कितनी चुनौती अभी बाक़ी है।
नेपाल में सत्तारूढ़ कमूनिस्ट पार्टी में बग़ावत थम नहीं रही है। राजधानी काठमांडू के वरिष्ठ पत्रकार युवराज घिमिरे बता रहे हैं भारत विरोधी क्यों बन गए प्रधानमंत्री ओली। चीन के साथ ओली की क्या खिचड़ी पक रही है।
अब बिहार में कोरोना का आतंक है। क्या दवा नहीं मिल रही ? क्या इलाज नहीं हो रहा। जवाब दे रहे हैं जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉ. हेम शंकर शर्मा।
अमेरिका के एक डॉक्टर ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना का इलाज खोज लिया है। दिल्ली के वरिष्ठ कैंसर विशेषज्ञ डा सुधीर रावल से सुनिए क्या सचमुच कोरोना का चमत्कारिक इलाज मिल गया है।