छत्तीसगढ़ की राजनीति में इन दिनों जोगी परिवार की जबर्दस्त चर्चा है। इसकी बड़ी वजह हैं ऋचा जोगी। वे हाल ही में बीएसपी में शामिल हुई हैं। ऋचा ने एमबीए किया है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले ऋचा जोगी की राजनीति में एंट्री से खलबली क्यों मची है? अजीत जोगी की बहू या फ़िर उनकी पॉलिटिकल इंजीनियरिंग की वजह से?
राजस्थान में सभी 'ओपिनियन पोल' में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत पाती दिख रही है। मुख्यमंत्री की उम्मीदवारी पर ‘खींचतान’ से कार्यकर्ता दो खेमे में बंटते दिख रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस जल्द ही संकल्प यात्रा निकालेगी। इससे पार्टी राज्य में भाजपा के ख़िलाफ अभियान छेड़ेगी और अपने कार्यकर्ताओं में एकजुटता का संदेश देना चाहती है। बता दें कि राज्य में कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर आंतरिक कलह की रिपोर्टें आती रही हैं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार कम से कम पांच हिंदू संत टिकट पा सकते हैं। इसमें से चार संतों ने भाजपा तो एक ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा 11 सीटों पर जीती थी। बीएसपी और कांग्रेस के वोटों को जोड़ने पर ग्वालियर और भिंड की 16 में से 3 सीटों पर ही बीजेपी जीत पाती।
पांच राज्यों में चुनावों की तारीख़ें घोषित हो गईं। छत्तीसगढ़ में दो चरणों में, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना में एक चरण में ही चुनाव कराए जाएंगे।
चुनाव आयोग ने पांच राज्योें में विधानसभा चुनाव की घोषणा शनिवार को कर दी। पांच राज्यों में दो चरणों में होने वाले चुनाव दिसंबर के अंत तक ख़त्म हो जाएंगे।
पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा का समय अचानक चुनाव आयोग ने बदल क्यों दिया? कांग्रेस का आरोप है कि ऐसा नरेन्द्र मोदी की अजमेर रैली के कारण किया गया।
मध्य प्रदेश के चुनाव नतीजे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी असर डालेंगे। बीजेपी यहाँ 15 साल से सत्ता में है लेकिन इस बार कांग्रेस को वापसी की उम्मीद है।
कांग्रेस-बीएसपी में गठबंधन होता तो यह भाजपा के लिए मुश्किल हो सकता था। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव अहम हैं।
राजस्थान बीजेपी जातियोँ की एक ऐसी इंजीनियरिंग करने की कोशिश में है जिससे प्रभावशाली जातियोँ की नाराज़गी को दूर किया जा सके और वे पार्टी के लिए सफल मोहरे साबित हों।