loader

अर्णब ने जेटली को क्यों बताया विफल; 'जावड़ेकर बिना काम के'?

बार्क के तत्कालीन प्रमुख पार्थो दासगुप्ता के साथ अर्णब गोस्वामी की जो कथित वाट्सऐप चैट लीक हुई है उसमें उनके चैनल, देश में घटने वाली घटनाओं, पत्रकारों के बारे में उनकी राय तो जाहिर हुई ही है, राजनेताओं से संबंध भी उजागर हुए हैं। चैट में स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर, ‘AS’, 'NM' पीएमओ, जैसे नाम भी लिए गए हैं। जानिए, आख़िर ये नाम कौन हैं और इनके लिए उन्होंने कैसे-कैसे शब्द इस्तेमाल किए हैं-

30 अगस्त 2019 की एक कथित वाट्सऐप चैट में पार्थो दासगुप्ता पीएमओ से सहायता करवाने की माँग को लेकर कुछ कहते हैं। इस पर जब अर्णब गोस्वामी कहते हैं कि वह प्रकाश जावड़ेकर से मिल रहे हैं तो पार्थो ने जावड़ेकर को 'किसी काम का नहीं' बताया। इस पर अर्णब ने एक बैठक का ज़िक्र कर कहा कि वह बैठक पीएमओ के लिए नहीं थी और पीएमओ से अलग तरीक़े से निपटा जा रहा है। 

ताज़ा ख़बरें

पार्थो पूछते हैं- पीएमओ के मामले में कुछ हुआ?

अर्णब- हाँ। मुंबई में कल प्रकाश जावड़ेकर से भी मिल रहा हूँ।

पार्थो- सच कहूँ तो जावड़ेकर किसी काम के नहीं हैं और उनका सचिव तो उनसे भी एक क़दम आगे है। न तो कोई स्टैंड ले सकते हैं और न ही लागू करा सकते हैं। 

अर्णब- वह पीएमओ के लिए नहीं था और सिर्फ़ जानकारी के लिए था। पीएमओ से अलग तरीक़े से निपटा जा रहा है। 

‘NM’ और ‘AS’

अक्टूबर 2019 की एक चैट में पार्थो लिखते हैं, 'NM/AS को दूसरे कार्यकाल में सबसे पहले वित्त मंत्रालय में बदलाव करना चाहिए नतीजे की चिंता किए बगैर- अर्थव्यवस्था अस्त-व्यस्त है। जेटली जी उनकी सबसे बड़ी विफलता हैं।' इस पर अर्णब कहते हैं- ‘उससे मैं पूरी तरह सहमत हूँ।’

4 अप्रैल 2019 की कथित चैट में बार्क सीईओ पार्थो दासगुप्ता ने अर्णब गोस्वामी से पूछा कि क्या वह 'ट्राई' पर दबाव बनाने के लिए 'AS' को कहकर मदद करा सकते हैं। इस पर चैट में ही कथित तौर पर अर्णब लिखते हैं- 'क्या आप मुझे 3 बिंदु दे सकते हैं कि कैसे ट्राई का काम 'AS' के हित के ख़िलाफ़ है। राजनीतिक रूप से।'

पीएमओ का भी ज़िक्र

15 अक्टूबर 2019 की एक चैट में कथित तौर पर अर्णब गोस्वामी ने 'AS' का ज़िक्र किया है।

अर्णब- 'AS' के साथ हूँ।

पार्थो- क्या आप पीएमओ में मीडिया एडवाइजर जैसा कोई पद दिलाने में मदद कर सकते हैं?

लीक हुई इस वाट्सऐप चैट में 3 अक्टूबर 2019 की चैट भी हैं। 

पार्थो- एमआईएस सेक्रेटरी की बैठक में क्या होने वाला है, क्या कोई क्लू है?

अर्णब- मैंने उन बिंदुओं को एक दिन पहले ही साझा कर दिया है।

पार्थो- पीएमओ या मंत्री के साथ?

अर्णब- सचिव के साथ नहीं। 

पार्थो- मंत्री?

अर्णब- नहीं पीएमओ।

लीक चैट में से 25 मार्च 2019 की कुछ चैट में पार्थो दासगुप्ता ने बार्क का एक गोपनीय पत्र अर्णब को भेजा। इस लेटर के साथ भेजे गए संदेश में कहा गया है कि उन्होंने एनबीए को जाम कर दिया है। उन्होंने चैट में लिखा है, 'रजत मेरे पीछे पड़ जाएँगे।' फिर वह पीएमओ की सहायता करवाने की माँग करते हैं। इस पर चैट में अर्णब आश्वस्त करते हैं कि 'हो जाएगा'। फिर लिखते हैं, 'रजत की कोई पहुँच नहीं है।' इस कथित चैट में वह यह भी लिखते हैं कि वह 'प्रधानमंत्री से गुरुवार को मिल सकते हैं'।

लीक हुई इस वाट्सऐप चैट में ही 3 अक्टूबर 2019 को पार्थो ने जब पूछा कि एमआईएस सेक्रेटरी की बैठक में क्या होने वाला है तो अर्णब गोस्वामी ने कथित तौर पर पार्थो को बताया कि उन्होंने उन बिंदुओं को एक दिन पहले ही पीएमओ के साथ साझा कर दिया है।

इस चैट में पार्थो लिखते हैं, 'कृपया किसी से कहें कि वह रजत, एनबीए और ट्राई को हमारे मामले में अंगुली न करने के लिए कहे। ट्राई ग़लत सूचना फैला रही है कि हम रेटिंग को नहीं दिखा रहे हैं। मैंने बीजेपी को उस विज्ञापन वाले मामले में भी मदद की थी और कई मुद्दों पर एमआईबी (मिनिस्ट्री ऑफ़ इंफ़ोर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग) की भी।'

arnab goswami whatsapp chat leak on nm, as, javadekar - Satya Hindi

स्मृति ईरानी 

वायरल हुई उन वाट्सऐप चैट में जुलाई 2017 की चैट का भी ज़िक्र है जिसमें सूचना प्रसारण मंत्री के बारे में कहा गया है। उस कथित चैट में पार्थो दासगुप्ता सवाल करते हैं। 

पार्थो- तो अगला आईबी (सूचना प्रसारण मंत्री) कौन?

अर्णब- स्मृति। काफ़ी ख़ुश हूँ। वह लड़ाई लड़ने वाली महिला हैं और एक शानदार दोस्त। 

फिर दोनों के बीच 2017 के मार्की के एक कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर बुलाने को लेकर चर्चा होती है। 

अर्णब- मेरा विचार है कि स्मृति ठीक रहेंगी। इंतज़ार करूंगा। ...लेकिन राठौड़ को नाराज़ भी नहीं करना चाहिए। 

पार्थो- हाँ, यही मेरा भी विचार है।

बता दें कि बाद में स्मृति ईरानी ने 2017 के मार्की के उस कार्यक्रम में शामिल होने की तसवीरों को भी ट्वीट किया था। 

राठौड़ का नाम

जुलाई 2017 की उस कथित चैट में रिपब्लिक के ख़िलाफ़ मंत्रालय में शिकायत का ज़िक्र भी है। 

पार्थो- साफ़ तौर पर मंत्रालय में रिपब्लिक के ख़िलाफ़ कुछ शिकायतों के बारे में है- इसे अभी भी हमारे पास रेफ़र नहीं किया गया है- एक JS ने कहा- लेकिन मुझे लगता है कि वह कभी आएगा भी नहीं। 

अर्णब- डिश एफ़टीए चीजों के बारे में। राठौड़ ने मुझसे कहा और बोले कि वह इसे दरकिनार कर रहे हैं। 

अरुण जेटली का ज़िक्र

बार्क सदस्य पुनीत गोयनका के हवाले से पार्थो दासगुप्ता अर्णब गोस्वामी को लिखते हैं, 'रजत फिर से पुनीत के सामने हमारी आपसे निकटता का मुद्दा उठा रहे हैं।' इस पर अर्णब उन्हें चिंता नहीं करने के लिए कहते हैं। वह केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का ज़िक्र करते हुए कहते हैं कि रजत का मामला ख़त्म है क्योंकि जेटली अब नहीं के बराबर हैं। वह लिखते हैं, 'रजत के दिन लग गए... उसकी बकवास पर ध्यान न दें।'

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें