देश के अंदरूनी मामलों पर विदेशी विश्वविद्यालयों से बात करने के लिए राहुल गांधी की तीखी आलोचना करने वाली सरकार के विदेश मंत्री ने अमेरिका में यह शिकायत की है कि राजनीतिक कारणों से भारत सरकार की ग़लत छवि बनाई जा रही है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को अमेरिका में एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि भारत में सरकार एक तरीके से काम कर रही है और राजनीतिक प्रतीकों का इस्तेमाल करते हुए उसे बिल्कुल दूसरी तरह से पेश किया जा रहा है।
उन्होंने हूवर इंस्टीच्यूट की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल एच. आर. मैकमास्टर से बात करते हुए यह कहा है।
क्या कहा जयशंकर ने?
जयशंकर ने कहा, 'हम पिछले साल से लोगों को मुफ़्त खाना दे रहे हैं, इस साल भी कई महीनों से ऐसा कर रहे हैं। हमने 80 करोड़ लोगों को मुफ़्त खाना दिया है, 40 करोड़ लोगों के बैंक खाते में पैसे डाले हैं।'
विदेश मंत्री ने मैकमास्टर से कहा,
“
हम अमेरिका की जनसंख्या के ढ़ाई गुणे लोगों को मु़फ़्त खाना खिला रहे हैं, अमेरिका की आबादी से ज़्यादा लोगों के बैंक खाते में पैसे डाल रहे हैं, हम यह काम चुपचाप और बग़ैर किसी भेदभाव के कर रहे हैं।
एस. जयशंकर, विदेश मंत्री
क्या पूछा मैकमास्टर ने?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि भारत के मित्र देशों को इस पर चिंता हो रही है कि भारत में हिन्दुत्व की राजनीति हो रही है, जो धर्मनिरपेक्षता को कमज़ोर कर रही है।
इस पर भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत में वोट आधारित राजनीति होती रही है और लोगों से धार्मिक पहचान के आधार पर वोट डालने को कहा जाता रहा है।
जयशंकर ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता का मतलब यह नहीं होता है कि आप अपना धर्म छोड़ दें या कोई आदमी अपना धर्म छोड़ दें।
उन्होंने इसके आगे कहा कि भारत में लोकतंत्र की जड़ें ज़्यादा गहरी हो रही हैं, लोग अपनी पहचान, अपनी आस्था ओर अपने मूल्यों को लेकर पहले से अधिक आत्मविश्वास से भरे हुए हैं।
एस जयशंकर ने अमेरिका का नाम लिए बग़ैर कहा कि बड़े देशों को राष्ट्रीय हितों से ऊपर उठ कर सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में सबको कोरोना टीका दिया जाएगा क्योंकि आप आधे को टीका दें और आधे को न दें तो इसका कोई मतलब नहीं है।
विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के महासचिव एंतोनियो गुटेरेश से भी मुलाकात करेंगे। समझा जाता है कि वह कोरोना टीका से जुड़े मुद्दों पर बात करेंगे और भारत को कोरोना टीका दिलाने की बात करेंगे। वह इसके अलावा कोरोना टीका बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाक़ात करेंगे।
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