बदहाल होती अर्थव्यवस्था में ऑटो इंडस्ट्री की हालत सियाम के ताज़ा आँकड़े ही बताते हैं। 'सियाम' के अनुसार, भारत में यात्री वाहन की बिक्री में अगस्त महीने में गिरावट 1998 के बाद अब तक की सबसे बड़ी है।
मारुति सुजुकी अपने मानेसर और गुड़गाँव संयंत्रों में दो दिन उत्पादन बंद रखेगा। कंपनी की बिक्री एक तिहाई कम हो गई है और वह इसी अनुपात में उत्पादन भी कम करेगी।
संपत्ति के असमान वितरण का अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि एशिया के 20 धनाढ्य परिवारों के पास जितने पैसे हैं, 20 देशों की जीडीपी उतनी है। इन 20 परिवारोें में भारत के मुकेश अंबानी सबसे ऊपर हैं।
ख़राब अर्थव्यवस्था के बीच ऑटो उद्योग की स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है। लगातार दसवें महीने वाहनों की बिक्री में गिरावट रही है। पिछले एक साल में इसमें 30.9 फ़ीसदी की गिरावट आई है।
भारत की जीडीपी यानी सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर जून में गिरकर पाँच फ़ीसदी पर पहुँच गई है। यह छह साल में सबसे निचला स्तर है। सरकार ने शुक्रवार को यह आँकड़ा जारी किया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर ज़ोरदार हमला करते हुए कहा कि बेहतर होगा कि वह वित्त और अर्थव्यवस्था के मुद्दोें पर कुछ बोलने के पहले ठीक से होम वर्क कर लें।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सरकार ने बेनामी कंपनियों यानी शेल कंपनी के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनका पता लगाया और उन्हें बंद करवा दिया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकिंग सेक्टर में बहुत बड़े फ़ैसले का एलान करते हुए कहा कि बैंकों का विलय किया जाएगा। इस विलय के बाद सिर्फ़ 12 सरकारी बैंक बच जाएँगे।
गुजरात के हीरा उद्योग में बीते दो साल से मंदी छाई हुई है। नोटबंदी के बाद शुरु हुआ संकट जीएसटी लागू होने के बाद और गहरा हो गया, 60 हज़ार लोगों की नौकरी चली गई है।
सरकार ने रिजर्व बैंक से पैसे तो ले लिए लेकिन अब वह उसके राजनीतिक नुक़सान से बचने के लिए हरसंभव उपाय कर रही है। यदि ऐसा नहीं है तो एफ़डीआई में छूट, 75 मेडिकल कॉलेज खोलने जैसी घोषणाएँ क्यों?
अभी तक सरकार ने फ़ाइव ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का राग अलापना छोड़ा नहीं है लेकिन जिस रफ़्तार से आरबीआई से पैसे लेने सहित आर्थिक फ़ैसले हो रहे हैं उनसे साफ़ लग रहा है कि सरकार मंदी के डर से परेशान है।