सरकार चाहे जो दावा करे, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाएँ हो रही हैं। इससे जुड़े ताजा घटनाक्रम में शनिवार को रामबन ज़िले के बटोटे में सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी में 3 आतंकवादी मारे गए, सुरक्षा बलों का एक जवान भी इसमें मारा गया। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो जवान बुरी तरह ज़ख़्मी हो गये।
जम्मू-कश्मीर में रामबन ज़िले के बटोट में आतंकवादियों ने पहले सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड से हमला किया, उसके बाद एक घर में घुस गए और एक नागरिक को बंधक बना लिया है। राइफलों और हथगोलों से लैस कम से कम 5 आतंकवादियों ने टेरीटेरोयिल आर्मी के गश्ती दल को निशाना बनाया, पर उसके तुरन्त बाद वे एक घर में घुस गए और वहाँ मौजूद सभी लोगों को बंधक बना दिया। उन्होंने बाद में घर के प्रमुख विजय कुमार के अलावा सभी लोगों को छोड़ दिया। बाद में सुरक्षा बलों ने सभी जोरदार हमला किया, जिसमें गोलीबारी हुई।
जनरल रिज़र्व इंजीनियर फ़ोर्स के आवास परिसर के पास आतंकवादी घात लगा कर बैठे थे। टेरीटोरियल आर्मी का गश्ती शनिवार की सुबह वहाँ से गुजरा तो छिपे हुए आतंकवादियों को लगा कि वे उनकी ओर ही आ रहे हैं, लिहाज़ा उन्होंने गश्ती दल पर हथगोले फेंके और राइफल से गोलियाँ चलाईं। इसके बाद जब गश्ती दल ने जवाबी गोलीबारी की तो आतंकवादी वहाँ से भाग कर एक घर में घुस गए। बाद में सुरक्षा बलों ने पूरे इलाक़े की घेराबंदी कर ली और गोलियाँ चलाईं।
नियंत्रण रेखा से सटे गुरेज़ के पास के गंदरबल इलाक़े में एक और मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आतंकवादी मारा गया। एक दूसरी वारदात में आतंकवादियों ने एक यात्री बस को रोकने की कोशिश की। पर ड्राइर ने ख़तरे को भाँप लिया और रफ़्तार तेज़ कर गाड़ी भगा ले गया।
सोपोर
इस वारदात के कुछ ही दिन पहले 6 सितंबर को सोपोर के डांगरपोरा में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने स्थानीय लोगों पर बग़ैर किसी उकसावे के गोलियाँ चलाईं। उस फायरिंग में चार लोग बुरी तरह जख़्मी हो गए। इसमें ढाई साल की बच्ची उस्मा जान भी थी।
त्राल
6 अगस्त को दक्षिण कश्मीर के त्राल में जैश-ए-मुहम्मद के आतंकवादियों ने घुमंतू बकरवाल समुदाय के दो लोगों का अपहरण कर उन्हें मार डाला। मारे गए लोगों के नाम हैं अब्दुल क़ादिर कोहली और मंजूर अहमद कोहली। अब्दु का शव लिचीनाग और मंज़ूर का शव लाची टॉप बहक इलाक़े के जंगल में पाई गई थीं। बारामुला
20 अगस्त को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने बारामुला में आतंकी हमला किया। इसमें एक सब इंस्पेक्टर और एक स्पेशल पुलिस ऑफ़िसर मारे गए थे। इसमें एक आतंकवादी भी मारा गया था। इस वारदात के एक दिन पहले ही
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री
इमरान ख़ान ने कहा था कि कर्फ्यू हटते ही कश्मीर में ख़ून खराबा होगा। पिछले एक महीने में कश्मीर का मुद्दा भारत-पाकिस्तान के बीच से निकलकर दुनिया तक पहुँच गया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस मुद्दे पर बंद कमरे में चर्चा हो चुकी है। कुछ दिन पहले ही कश्मीर में बड़ी संख्या में लोगों को हिरासत में लिए जाने और पाबंदी जारी रहने को लेकर अमेरिका ने चिंता जताई थी। अमेरिका ने कहा था कि वह स्थिति पर नज़र रखे हुए है। इसके साथ ही ईरान ने भी कश्मीर के हालात पर चिंता जताई थी। लेकिन एक ओर राज्यपाल के द्वारा हालात सामान्य होने का दावा और दूसरी ओर कश्मीर से हालात सामान्य न होने की ख़बरों ने लोगों को असमंजस में डाल दिया है कि आख़िर कश्मीर के हालात कैसे हैं।
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