मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में संभावनाओं के अनुसार शिवराज सरकार के 13 मंत्री चुनाव हार गए। दो मंत्रियों की करारी हार में 'नन ऑफ़ द अवब' ('नोटा') का रोल रहा। कोई मतदाता किसी को वोट न देना चाहे तो यह विकल्प चुनता है। पिछले चुनाव में 10 मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा था।शिवराज कैबिनेट के जो सदस्य चुनाव हारे उनमें सबसे अहम नाम वित्त मंत्री जयंत मलैया का रहा। उनके अलावा उमाशंकर गुप्ता, रूस्तम सिंह, अर्चना चिटनिस, अंतर सिंह आर्य, जयभान सिंह पवैया, ओमप्रकाश धुर्वे, नारायण सिंह कुशवाहा, लाल सिंह आर्य, दीपक जोशी, शरद जैन, ललिता यादव और बालकृष्ण नामदेव भी हारने वाले मंत्रियों में शामिल रहे।बुरहानपुर सीट पर महिला एवं बाल विकास मंत्री चिटनिस की कांग्रेस के बागी राणा विक्रम सिंह से 5,120 वोट से हार हुई। इस सीट पर 5726 वोटरों ने 'नोटा' का बटन दबाया। इसी तरह से जबलपुर उत्तर में मंत्री शरद जैन 578 वोट से हारे जबकि 1209 मतदाताओं ने यहां 'नोटा' का उपयोग किया।
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