loader

बीजेपी नेता का आरोप, शाहरुख से वसूली करना चाहते थे महाराष्ट्र के मंत्री 

बीजेपी नेता मोहित कंबोज ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। कंबोज ने कहा है कि महाराष्ट्र का एक मंत्री फिल्म अभिनेता शाहरुख खान से वसूली करना चाहता था। कंबोज ने यह भी आरोप लगाया है कि सुनील पाटिल नाम के एक शख्स के कहने पर किरण गोसावी एनसीबी के अधिकारियों से मिला था और कॉर्डेलिया क्रूज पर रेड कराई थी। 

कंबोज का कहना है कि सुनील पाटिल एनसीपी का नेता है और उसके एनसीपी के कई बड़े मंत्रियों से संबंध हैं। कंबोज के मुताबिक़, सुनील पाटिल महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के बेटे ऋषिकेश देशमुख का जिगरी दोस्त है। 

हालांकि मोहित कंबोज ने कहा है कि वे उस मंत्री के नाम का खुलासा बाद में करेंगे जिस पर उन्होंने आरोप लगाया है कि वह फिल्म अभिनेता शाहरुख खान से वसूली करना चाहता था। 

ताज़ा ख़बरें

राजनीतिक घमासान

महाराष्ट्र में पिछले एक महीने से आर्यन खान ड्रग्स केस के नाम पर राजनीति जारी है। एक तरफ एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक एनसीबी के अफ़सर समीर वानखेड़े पर एक के बाद एक आरोप लगा रहे हैं, दूसरी ओर बीजेपी के नेता उसका जवाब दे रहे हैं। 

पिछले हफ्ते नवाब मलिक ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनकी पत्नी अमृता फडणवीस पर एक ड्रग पैडलर से संबंध रखने के आरोप लगाए थे, उसके बाद शनिवार को मोहित कंबोज ने महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री पर शाहरुख खान से उगाही करने के आरोप लगा दिए। मोहित कंबोज आर्यन खान केस से चर्चा में आए थे। 

पाटिल है रेड का मास्टरमाइंड 

बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि सुनील पाटिल के जरिए शाहरुख खान से उगाही की जानी थी। उन्होंने कहा कि कॉर्डेलिया क्रूज़ पर रेड का मास्टरमाइंड सुनील पाटिल है। 

कंबोज ने कहा कि सुनील पाटिल के महाराष्ट्र सरकार के कई मंत्रियों और नेताओं के साथ गहरे ताल्लुकात हैं और किरण गोसावी भी सुनील पाटिल का करीबी है।

कंबोज का कहना है कि पाटिल के कहने पर ही सैम डिसूजा ने एनसीबी के अफ़सर वी.वी सिंह की मुलाकात किरण गोसावी से करवाई थी। बाद में किरण गोसावी और सैम डिसूजा आपस में बात करते रहे। 

रैकेट चलाने का आरोप 

मोहित कंबोज ने आरोप लगाया कि सुनील पाटिल महाराष्ट्र में ट्रांसफर पोस्टिंग का रैकेट चलाता है और वह बीते 20 सालों से महाराष्ट्र के मंत्रियों के साथ मिलकर छोटे से बड़े अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग करवाया करता था। 

सरकार आने पर सक्रिय हुआ पाटिल

महाराष्ट्र में जब साल 2014 में बीजेपी की सरकार आ गई तो वह अंडर ग्राउंड हो गया था। उसके बाद साल 2019 में जैसे ही एनसीपी, कांग्रेस और शिव सेना की सरकार बनी तो वह फिर से सक्रिय हो गया और महाराष्ट्र के कई मंत्रियों के साथ मिलकर ट्रांसफर पोस्टिंग के रैकेट का काम करने लगा। 

कंबोज ने कहा कि जब अनिल देशमुख महाराष्ट्र के गृह मंत्री थे तो सुनील पाटिल ने महाराष्ट्र के कई आईपीएस और आईएएस अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग करवाई थी।

मोहित कंबोज ने सुनील पाटिल और सैम डिसूजा की बातचीत का एक ऑडियो टेप भी जारी किया है जिसमें सुनील पाटिल महाराष्ट्र के कई बड़े मंत्रियों के साथ संबंध होने की बात सैम डिसूजा से कर रहा है।

BJP leader Mohit Kamboj in Mumbai cruise drug case - Satya Hindi

किरण गोसावी पर आरोप 

कंबोज का कहना है कि किरण गोसावी सभी दलों के नेताओं और बड़े मंत्रियों के साथ फोटो खिंचवाया करता था और उन फोटो का इस्तेमाल करके फर्जीवाड़े के काम किया करता था। बीजेपी नेता ने कहा कि उसके पास महाराष्ट्र के कई मंत्रियों की सुनील पाटिल के साथ बातचीत के टेप भी हैं जिन्हें वह अगले कुछ दिनों में जारी करेंगे।

BJP leader Mohit Kamboj in Mumbai cruise drug case - Satya Hindi

नवाब मलिक का पलटवार 

उधर, मोहित कंबोज द्वारा लगाए गए आरोप के बाद एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि बीजेपी उनके द्वारा किए गए खुलासों से डरी हुई है और इस तरह के बेवजह के आरोप लगा रही है। मलिक का कहना है कि उन्होंने मोहित कंबोज के साले पर जो आरोप लगाया था उसकी वजह से कंबोज उन पर निशाना साध रहे हैं। 

महाराष्ट्र से और ख़बरें

बता दें कि नवाब मलिक ने मोहित कंबोज पर यह आरोप लगाया था कि जिस दिन एनसीबी ने क्रूज पर रेड की थी। उस दिन कंबोज के साले को भी एनसीबी अधिकारियों ने हिरासत में लिया था लेकिन बीजेपी नेताओं के दबाव के चलते उसे उसी रात छोड़ दिया गया था।

शनिवार सुबह नवाब मलिक ने एक ट्वीट करके दावा किया कि आर्यन खान को समीर वानखेड़े ने किडनैप किया था और उनसे फिरौती मांगी थी। इस मामले की जांच महाराष्ट्र सरकार द्वारा बनाई गई एसआईटी कर रही है। 

मलिक ने कहा कि उन्होंने एसआईटी बनाने की मांग की थी, लेकिन अब दो-दो एसआईटी बना दी गई हैं। एक टीम केंद्र सरकार की तरफ से बनाई गई है, जबकि दूसरी राज्य सरकार की तरफ से। देखना यह होगा कि कौन सी एसआईटी की टीम क्रूज ड्रग्स केस की जांच की तह तक पहुंच पाती है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
सोमदत्त शर्मा

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें