महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार में तीनों पार्टियों के नेताओं में बयानबाज़ी का दौर जारी है। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले सरकार के नेताओं पर कोई भी हमला करने से नहीं चूकते हैं। नाना पटोले ने अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और डिप्टी सीएम अजित पवार पर उनकी जासूसी करने का आरोप लगाया है। पटोले का आरोप है कि सीएम उद्धव ठाकरे और अजित पवार उनका पीछा कराते हैं। पटोले के इस बयान के बाद से महाराष्ट्र की हलचल और तेज़ हो सकती है। इससे पहले एनसीपी मुखिया शरद पवार भी नाना पटोले द्वारा बार-बार की जा रही बयानबाज़ी पर उन्हें छोटा नेता बता चुके हैं।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने जबसे महाराष्ट्र कांग्रेस की कमान संभाली है तभी से वह महाविकास अघाड़ी सरकार के ख़िलाफ़ बोलते आ रहे हैं। पुणे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार पिछले काफ़ी दिनों से उनकी गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं। इसके लिए कुछ अफ़सरों द्वारा उनका पीछा भी कराया जा रहा है। पटोले के इस बयान के बाद से महाविकास आघाड़ी सरकार में दरार पड़ सकती है।
हालाँकि पटोले के इस बयान के बाद एनसीपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सरकार में मंत्री और मुंबई अध्यक्ष नवाब मलिक ने पटोले के बयान को हल्का बयान क़रार दिया है। मलिक का कहना है कि पटोले आये दिन मीडिया में बने रहने के लिए कोई ना कोई ऐसा बयान देते रहते हैं। मलिक ने इसके साथ ही यह भी कहा कि पटोले की बातों में कोई सच्चाई नहीं है कि उनकी जासूसी महाराष्ट्र सरकार कर रही है।
इसके साथ ही नाना पटोले ने अजित पवार पर एक और आरोप लगाते हुए कहा कि अजित पवार पुणे की लोकल बॉडी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नियुक्ति नहीं कर रहे हैं जिससे कार्यकर्ताओं में सरकार के प्रति ग़लत संदेश जा रहा है।
पटोले ने अजित पवार पर हमला करते हुए कहा कि पुणे का गार्जियन मिनिस्टर कांग्रेस पार्टी से होना चाहिए। इस वक़्त पुणे के गार्जियन मिनिस्टर अजित पवार ही हैं और वह एनसीपी नेता हैं।
इससे पहले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार भी नाना पटोले को एक छोटा नेता बता चुके हैं। शरद पवार से जब नाना पटोले के सरकार के ख़िलाफ़ बयानों पर पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि ‘मैं इन बातों में नहीं पड़ता हूँ, ये छोटे लोग हैं। मैं इस पर क्यों बोलूँ, अगर सोनिया गांधी कुछ कहती हैं, तब मैं अपनी बात कहूंगा।’ शरद पवार ने कहा कि हर पार्टी को अपना आधार बढ़ाने का अधिकार है, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि सरकार में तीनों पार्टियां एक साथ ही हैं।
इससे पहले नाना पटोले बीजेपी की देवेंद्र फडणवीस की सरकार के दौरान उनके फोन टेप करने का आरोप विधानसभा में लगा चुके हैं। जिसके बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने फोन टैपिंग मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया था जिसकी अगुवाई महाराष्ट्र के डीजीपी कर रहे हैं।
ग़ौरतलब है कि बीते कुछ दिनों में महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार के बीच लगातार बयानबाज़ी का दौर जारी है। पटोले महाराष्ट्र में होने वाले आगामी चुनावों में अकेले लड़ने का दम भर चुके हैं। इसके बाद से कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के नेता एक दूसरे पर कोई भी सियासी बयान देने से पीछे नहीं हटते।
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