loader

गणेश चतुर्थी  : कोरोना प्रोटोकॉल, धारा 144 लागू

कोरोना महामारी की वजह से इस साल गणेश चतुर्थी उत्सव के बहुत ही फीका रहने की संभावना है। मुंबई पुलिस ने कोरोना प्रोटोकॉल सख़्ती से लागू करने का फ़ैसला किया है। 

मुंबई पुलिस ने 10 सितंबर से 19 सितंबर तक धारा 144 लगा दी है ताकि गणेश पूजा पंडालों में एक समय चार से अधिक लोग एकत्रित न हों। 

इससे गणेश पूजा के मौके पर अलग-अलग पंडालों में जाकर गणेश के दर्शन करने और घूमने फिरने का काम नहीं हो पाएगा। 

मुंबई पुलिस ने इस मौके पर शहर में हर तरह के जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

ऑनलाइन दर्शन 

पुलिस का कहना है कि सारे गणेश उत्सव मंडल ऑनलाइन दर्शन का इंतजाम करेंगे। 

पुलिस के मुताबिक़, लोग ऑनलाइन दर्शन के अलावा टीवी व दूसरे इलेक्ट्रॉनिक तरीकों से भी गणेश दर्शन कर सकते हैं।

पर गणेश पूजा मंडपों में भीड़ लगाने की अनुमति बिल्कुल नहीं है। 

पुलिस ने इन आदेशों को सख़्ती से लागू करने का फ़ैसला किया है और कहा है कि उल्लंघन करने वालों के ख़िलाफ़ धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। 

ख़ास ख़बरें

पुलिस आयुक्त का संदेश

मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने एक वीडियो संदेश जारी कर शहर के बासिदों से अपील की है कि वे पूरी सावधानी के साथ गणेश उत्सव मनाएं।

इस बीच मुंबई में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 530 नए मामले सामने आए। यह संख्या मध्य जुलाई के बाद से उच्चतम स्तर पर है। 

mumbai police implements corona protocol on ganesh chaturthi - Satya Hindi

नागराले ने कहा है कि पूजा आयोजकों ने ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की ही है, लिहाज़ा, मुख दर्शन (मंडप में जाकर दर्शन) करने की अनुमति किसी को नहीं है। 

इसके साथ ही पुलिस ने कहा है कि इस मौके पर किसी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम या आयोजन की अनुमति भी नहीं है। 

कर्नाटक

कर्नाटक सरकार ने भी गणेश उत्सव के मौके पर कोरोना प्रोटोकॉल को सख़्ती से लागू करने को कहा है। 

सरकार ने कहा है कि रात नौ बजे के बाद गणेश प्रतिमा विसर्जन की अनुमति नहीं है।

गणेश उत्सव में कटौती कर दस दिन के बदले उसे पाँच दिन में ही समेट दिया गया है। 

इस दौरान हर तरह के सांस्कृतिक उत्सव पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 

इसके साथ ही सरकार ने जिन तालुकाओं में कोरोना पॉजिटिविटी रेट दो प्रतिशत से ज़्यादा है, उनमें और उनसे सटे इलाक़ों में सार्वजनिक उत्सव पर रोक लगा दी है। 

दिल्ली 

अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने गणेश चतुर्थी उत्सव को सार्वजनिक रूप से मनाने पर रोक लगा दी है। 

mumbai police implements corona protocol on ganesh chaturthi - Satya Hindi

सरकार ने लोगों से कहा है कि वे अपने-अपने घरों में गणेश पूजा करें। पार्कों और दूसरे सार्वजनिक जगहों पर गणेश की प्रतिमा स्थापित करने पर रोक लगा दी है। 

दिल्ली सरकार ने हर तरह के जुलूस पर रोक लगा दी है। 

तमिलनाडु 

तमिलनाडु सरकार ने गणेश चतुर्थी के मौके पर 15 सितंबर को रात के कर्फ़्यू को बढ़ा कर सुबह छह बजे तक कर दिया है। 

लोगों से कहा गया है कि वे अपने-अपने घरों में पूजा करें। 

लोगों को गणेश प्रतिमा के विसर्जन की अनुमति दी गई है, पर जुलूस की अनुमति नहीं है। 

लोगों से यह भी कहा गया है कि वे चाहें तो प्रतिमा पास के मंदर में छोड़ जाएं। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें