loader

एनआईए को दी जा सकती है क्रूज़ ड्रग्स मामले की जांच

क्रूज़ ड्रग्स केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को ट्रांसफर की जा सकती है। एनआईए के तीन अधिकारियों की टीम शुक्रवार को एनसीबी के मुंबई दफ़्तर पहुँची थी। सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने क्रूज़ ड्रग्स केस से जुड़ी सभी जानकारी एनसीबी से ली हैं। दिल्ली में भी एनआईए और एनसीबी के अधिकारियों के बीच इस मामले को लेकर एक लंबी मीटिंग हुई है। 

एनसीबी के सूत्रों का कहना है कि एनसीबी के डीजी एसएन प्रधान से एनआईए के अधिकारियों ने मुलाकात की थी। सूत्रों का कहना है कि इस केस में अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स एंगल के चलते एनआईए इस मामले की जांच कर सकती है।

शुक्रवार को मुंबई स्थित एनसीबी के दफ्तर में उस समय हलचल तेज हो गई जब एनआईए की एक 3 सदस्यीय टीम दफ्तर में पहुंची। दरअसल, यह टीम दिल्ली में एनसीबी और एनआईए के बड़े अधिकारियों की मीटिंग के बाद आई थी। 

ताज़ा ख़बरें

एनआईए की टीम ने मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात में एनआईए की टीम ने आर्यन खान और दूसरे अन्य अभियुक्तों के केस के बारे में जानकारी ली। 

एनआईए ने खास तौर पर आर्यन खान के अंतरराष्ट्रीय ड्रग पैडलर से संबंध के बारे में एनसीबी से कागजात मांगे। सूत्रों का कहना है कि एनसीबी के अधिकारियों ने इस केस से जुड़े हुए अहम दस्तावेजों की एक लिस्ट एनआईए को सौंपी है एवं एनआईए के अधिकारी कुछ दस्तावेज अपने साथ में ले गए हैं। 

एनसीबी के अधिकारियों से एनआईए के अधिकारियों की मुलाकात को देखकर यह माना जा रहा है कि क्रूज़ ड्रग्स केस की जांच अब एनआईए को दी जा सकती है। हालांकि इस संबंध में ‘सत्य हिंदी’ ने जब एनसीबी के मुंबई जोन के डायरेक्टर समीर वानखेड़े से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

NIA may investigate in cruise drugs case - Satya Hindi

अदालत को बताया था

बता दें कि क्रूज़ ड्रग्स केस में आर्यन खान के अंतरराष्ट्रीय ड्रग पैडलर से संबंध होने की जानकारी एनसीबी ने मुंबई की एनडीपीएस कोर्ट को दी थी। जिसमें एनसीबी ने आरोप लगाया था कि आर्यन खान विदेश में रह रहे एक ड्रग्स पैडलर के संपर्क में था और उससे ड्रग्स की कमर्शियल मात्रा को लेकर बातचीत कर रहा था। 

ऐसा माना जा रहा है कि इसी अंतरराष्ट्रीय ड्रग एंगल के आने के बाद एनआईए को इस क्रूज़ ड्रग्स मामले की जांच दी जा सकती है।

‘मन्नत’ पहुंचे आर्यन

उधर, इस मामले में गिरफ्तार आर्यन खान जमानत मिलने के बाद शनिवार को अपने घर ‘मन्नत’ पहुंचे। मुंबई हाई कोर्ट ने आर्यन खान की जमानत के आदेश में 14 शर्तें लगाई हैं। हाई कोर्ट ने पांच पेज के आदेश में कहा था कि आर्यन खान और दो अन्य अभियुक्तों- अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा को एक-एक लाख रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही जमानत राशि जमा करने पर छोड़ा जाएगा। 

महाराष्ट्र से और ख़बरें

अदालत ने तीनों को विशेष एनडीपीएस अदालत में अपने पासपोर्ट जमा कराने का भी आदेश दिया है। इसके साथ ही कोई भी अभियुक्त बगैर अदालत के आदेश के भारत छोड़कर बाहर नहीं जा सकेगा और उन्हें हर शुक्रवार को एनसीबी के दफ्तर में हाजिरी लगानी होगी।

 

हाई कोर्ट ने आदेश में कहा कि अगर जांच एजेंसी एनसीबी तीनों से इस मामले में पूछताछ करना चाहती है तो उन्हें पूछताछ में सहयोग करना होगा। इसके अलावा अदालत में जब भी सुनवाई होती है तो उन्हें समय पर अदालत में हाजिर भी होना होगा। तीनों को 2 अक्टूबर की रात को गिरफ्तार किया गया था।  

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें