किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की गारंटी मांग रहे हैं, लेकिन क्या कृषि की इतनी ही समस्या है? जानिए, किसानों के समग्र मुद्दों का आख़िर कैसे समाधान हो सकता है?
दिल्ली से सटे गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने के ख़िलाफ़ जिस तरह से कुछ हिंदू संगठनों ने अभियान चलाया उससे कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि आख़िर मुसलमानों को खुली जगह क्यों चाहिए? यह सवाल है या आपत्ति?
‘व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षा विधेयक’ के क़ानून बनने के बाद सरकार को निरंकुश अधिकार मिल जाएंगे और वह किसी भी व्यक्ति या संगठन की जासूसी कर सकेगी। इससे पहले पेगासस जासूसी मामले को लेकर खासा हंगामा हो चुका है।
सलमान खुर्शीद के बाद मनीष तिवारी कांग्रेस के ऐसे दूसरे नेता हैं, जिनकी किताब को लेकर विवाद हो रहा है। निश्चित रूप से इसने कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है।
कृषि क़ानूनों की वापसी से पंजाब में क्या राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं? अमरिंदर सिंह तो पहले ही बीजेपी के साथ तालमेल करने की घोषणा कर चुके हैं, अब क्या अकाली दल भी ऐसा करेगा?
योगी आदित्यनाथ के कंधे पर हाथ रखे प्रधानमंत्री मोदी की तसवीर क्यों जारी की गई? क्या यह संदेश देने के लिए दोनों के बीच कोई दूरियाँ नहीं हैं? क्या यह एक्सप्रेस वे उद्घाटन के मौक़े पर मोदी की गाड़ी के पीछे चलते हुए दिखे योगी की तसवीर की प्रतिक्रिया में है?
आंदोलनकारी किसान नेता क्यों कह रहे हैं कि जब तक संसद स्वयं इस क़ानून को रद्द नहीं करेगी, यह आंदोलन चलता रहेगा? क्या उन्हें लग रहा है कि सरकार दांव पेंच दिखाकर कृषि-क़ानूनों को बनाए रखेगी?