वोटों की गिनती रुकी। ट्रंप और बाइडेन का जीत का दावा। लेकिन मामला कोर्ट में जाने के पूरे आसार। तो क्या फंस गया है अमेरिका का फैसला? लंदन से शिवकांत के साथ आलोक जोशी की बातचीत।
बिहार की राजनीति में सीपीआई एमएल यानी माले करीब पचास साल से है। लेकिन इस चुनाव में उसकी भूमिका को बारीकी से देखा जा रहा है। क्या है माले की भूमिका। सीपीआई एमएल महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य से आलोक जोशी और आशुतोष की खास बातचीत। आज रात दस बजे।
मशहूर वेब सीरीज़ मिर्ज़ापुर का सीज़न 2 आ चुका है! क्या क़ालीन भैया की गद्दी छिन गई? त्रिपाठियों का ख़ानदान निपट गया? क्या गुल खिलाएँगे गुड्डू पंडित? लेकिन यह सब जानने कि लिए देखना भी है सीज़न 2 या जाने दें? आलोक जोशी की टिप्पणी।
एमेजॉन ने फ्यूचर ग्रुप के नया खरीदार देने का वादा किया। शर्त यह कि कंपनी रिलायंस के साथ हुआ करार तोड़ दे। सिंगापुर में आर्बिट्रेशन अदालत में एमेजॉन ने यह शर्त रखी है। आखिर एमेजॉन चाहता क्या है। आलोक जोशी की टिप्पणी।
बिहार विधानसभा चुनाव में क्या होगा? इसको लेकर लोकनीति-सीएसडीएस का सर्वे आया है। इस सर्वे से लगता है कि क्या एनडीए की चुनौती विपक्ष से कड़ी होती जा रही है? देखिए चर्चा में आलोक जोशी, आशुतोष, अभय दुबे और समी अहमद की चर्चा।
केंद्र सरकार के तीस लाख कर्मचारियों के लिए खुशखबरी। कैबिनेट ने बोनस का प्रस्ताव पास कर दिया है। दशहरे के पहले ही DBT के ज़रिए कर्मचारियों के खाते में बोनस पहुंच जाएगा। सरकार इसपर कुल 3737 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
मोदी जी की चेतावनी अभी कितनी ज़रूरी और क्या है इसका अर्थ? त्योहारों पर बोले मोदी लेकिन राजनीतिक त्योहार को क्यों किया नज़रअंदाज? देखिए पीएम मोदी के भाषण के विश्लेषण वरिष्ठ पत्रकार आलोक जोशी, विजय त्रिवेदी, अंबरीश कुमार और हर्षवर्धन त्रिपाठी के साथ।
अमेरिकी नागरिकता या ग्रीन कार्ड त्यागने वालों की गिनती रिकॉर्ड ऊँचाई पर है। दस साल में 37000 लोगों ने ऐसा किया। लेकिन इस साल जून तक ही 5300 लोग अमेरिकी नागरिकता ठुकरा चुके हैं। आख़िर चल क्या रहा है?
सोनी लिव की वेब सीरीज़ स्कैम 1992 में बहुत लोगों की दिलचस्पी है। क्या ये बिग बुल हर्षद मेहता की पूरी कहानी है, या देश को हिला देनेवाले सिक्यूरिटीज़ घोटाले की सिर्फ एक परत? सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक आलोक जोशी की टिप्पणी।
दस दिनों की तेज़ी के बाद शेयर बाज़ार में तेज़ गिरावट क्या कहती है? दुनिया भर के संकेतों से डरना चाहिए या ट्रेडरों की सुनकर डटे रहना चाहिए? आलोक जोशी की टिप्पणी।Satya Hindi
तनिष्क ज्वैलरी के विज्ञापन 'एकत्वम' पर विवाद हो गया है। दक्षिणपंथी विचार वाले ट्रोलों ने तनिष्क एकत्वम विज्ञापन को लव जिहाद से जोड़ दिया और इसका बहिष्कार किया। इसके बाद तनिष्क ने एकत्वम विज्ञापन हटा लिया है। जानिए, क्या है पूरा मामला।
हाथरस कांड में पुलिस और प्रशासन की भूमिका। हाथरस पर हल्ला शुरू होने के बावजूद बलरामपुर में फिर एक वीभत्स वारदात। और हाथरस के गांव में एक के बाद एक सरकारी अफसर की बेशर्मी। इस सब के बाद भी चुप्पी? कैसे टूटेगी यह चुप्पी?