ऐसे समय जब कोरोना महामारी से जूझ रहे भारत को अधिक से अधिक आर्थिक मदद की ज़रूरत है, अरबों रुपए अटके पड़े हैं क्योंकि विदेशी दान नियामक अधिनियम में किए गए संशोधन के बाद ग़ैर-सरकारी संस्थाओं को पैसे मिलना मुश्किल हो गया है।
बारह विपक्षी दलों ने एक संयुक्त चिट्ठी लिख कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना से निपटने के उपाय सुझाए हैं औ कुछ बेहद अहम माँगे रखी हैं, जिनमें सबको मुफ़्त कोरोना टीका देना सबसे ऊपर है।
कोरोना वायरस का भारतीय वैरिएंट दुनिया के 44 देशों में फैल चुका है और लगभग हर भौगोलिक क्षेत्र में यह पहुँच चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने इसकी पुष्टि की है।
ऐसे समय जब सरकार के तमाम दावों के बावजूद कोरोना महामारी की तबाही बढ़ती ही जा रही है, सरकार इससे निपटने से जुड़े विपक्ष के सुझावों को मानने की बात तो दूर, उन पर ज़ोरदार हमले कर रही है।
ऐसे समय जब कोरोना से रोज़ाना लगभग चार लाख लोग संक्रमित हो रहे हैं और लगभग चार हज़ार लोगों की मौत हो रही है, कोरोना दिशा निर्देशों की धज्जियाँ उड़ाने से लोग बाज नहीं आ रहे हैं।
बिहार के बक्सर ज़िला स्थित चौसा कस्बे में उस समय सनसनी फैल गई जब देखते ही देखते उसके महादेवा घाट पर लाशों का अंबार लग गया। सुबह-सुबह कम से कम 40-45 लाशें गंगा नदी में बहती हुई महादेवा घाट पर लग गईं।
एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम में शिवसेना ने जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह तक की तारीफ की है और कहा है कि कांग्रेस नेतृत्व में देश में आए तमाम संकटों का सामना किया गया।
कोरोना संक्रमण तेज़ी से बढ़ने और रोज़ाना के नए मामलों में लगातार हो रही वृद्धि के बीच कर्नाटक सरकार ने पूर्ण लॉकडाउन 24 मई तक बढ़ाने का एलान किया है। सरकार ने चेतावनी दी है कि इसका उल्लंघन करने वालों से सख़्ती से निपटा जाएगा।
केंद्र के वैज्ञानिक सलाहकार डॉक्टर के. विजय राघवन ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर पर एकदम से यू-टर्न ले लिया है। यह साफ नहीं है कि उन्होंने केंद्र सरकार के दबाव में ऐसा किया है या यह उनकी निजी व स्वतंत्र सोच है।
रोज़ाना चार लाख से ज़्यादा नए कोरोना मामलों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया है और मौजूदा हालत के लिए उसे ज़िम्मेदार ठहराया है।