करीब बीस विपक्षी दल मोदी सरकार के ख़िलाफ़ बिगुल फूँकने जा रहे हैं। हालाँकि एजेंडा तो मज़दूरों को राहत देना और कोरोना महामारी से लड़ाई है, मगर निशाने पर होगी केंद्र सरकार ही। बहुत सारे राज्य केंद्र से बुरी तरह नाराज़ हैं और एकजुट होकर अपनी आवाज़ बुलंद करना चाहते हैं। इसीलिए सोनिया गाँधी की अपील पर वे मुख्यमंत्री भी इस सम्मेलन में शामिल होने जा रहे हैं जो काँग्रेस से परहेज़ करते रहे हैं। देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।