तीन साल पहले रात आठ बजे नोटबंदी के एलान के समय मोदी ने चार बड़े टार्गेट तय किये थे। क्या ये चारों लक्ष्य सरकार पाने में कामयाब रही? अर्थव्यवस्था पर इसका कितना ख़राब असर पड़ा? सत्य हिंदी पर देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
नोटबंदी क्या भारत की राजनीति में बोला गया सबसे बड़ा झूठ है? क्या नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को रसातल में पहुँचा दिया? 8 नवंबर को देश नोटबंदी की तीसरी बरसी झेल रहा है।
एक नयी रिपोर्ट के अनुसार, ख़ासकर असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले 50 लाख लोगों ने नोटबंदी के बाद अपना रोज़गार खो दिया है। इस मुद्दे पर देखिये वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष का विश्लेषण।
नोटबंदी के बाद दो साल में 50 लाख लोग बेरोज़गार हो गए। अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी की ओर से जारी ‘स्टेट ऑफ़ वर्किंग इंडिया 2019’ रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।