चीन ने 2017 में डोक्लाम विवाद में हुए समझौते को तोड़ दिया है । बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने यह आरोप लगाया है । उन्होंने अमरीकी समाचार माध्यमों का हवाला देते हुए सरकार से स्पष्टीकरण की माँग की है । शीतल पी सिंह की रिपोर्ट
भारत ने शनिवार को कहा है कि गलवान घाटी के संबंध में स्थिति एतिहासिक रूप से साफ है और चीन की ओर से इस संबंध में बढ़ा-चढ़ाकर किए जा रहे दावे स्वीकार्य नहीं हैं।
सेना और विदेश मंत्रालय ने दावा किया था कि कोई भी जवान ‘लापता’ नहीं है लेकिन चीन द्वारा दस भारतीय जवानों को रिहा करने के बाद दोनों की किरकिरी हो रही है।
चीन की हरकतों ने देश भर में रोष भर दिया है और चीनी माल के बहिष्कार का अभियान तेज़ हो गया है। कई जगह चीनी सामान नष्ट भी किया गया है। मगर इस अभियान के पीछे एक राजनीतिक एजेंडा भी काम कर रहा है। क्या है ये राजनीतिक एजेंडा और कौन है इसके पीछे बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार
लद्दाख में चीनी सेना की घुसपैठ के मामले में प्रधानमंत्री मोदी की सर्वदलीय बैठक में जहाँ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के तीखे सवाले रहे वहीं बाक़ी नेताओं का रूख नरम दिखा।
गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद वायु सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने लेह का दौरा किया है।
चीनी सैनिकों के साथ लड़ाई में घायल हुए जवान सुरेंद्र सिंह के परिवार ने कहा कि लद्दाख की गलवान घाटी में सैनिक निहत्थे गए थे। फिर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या देश से झूठ बोला कि गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिक हथियार लेकर गये थे?
लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के अलावा 76 सैनिक घायल भी हुए थे। इसमें से 18 जवानों की हालत स्थिर बताई गई है।