गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत को लेकर राहुल गांधी ने कहा है कि भारत सरकार गहरी नींद में सो रही थी और इसकी क़ीमत हमारे शहीद जवानों को चुकानी पड़ी।
चीन ने बंधक बनाए गए भारत के एक लेफ़्टिनेंट कर्नल और 3 मेजर सहित 10 सैनिकों को रिहा किया है। यह रिहाई गुरुवार शाम को हुई। इन सभी को लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में बंधक बना लिया गया था।
लद्दाख में भारत के 20 सैनिकों की मौत के बाद से सीमा पर तनाव बढ़ता जा रहा है। रक्षा और सैनिक मामलों के वरिष्ठ विशेषज्ञ रंजीत कुमार बता रहे हैं भारत को किस तरह चीन को जवाब देना चाहिए
चीन बहुत आक्रामक ढंग से प्रचार युद्ध लड़ रहा है। चाहे भारतीय भूमि पर कब्ज़े का मामला हो या फिर बीस से ज़्यादा सैनिकों की हत्या का, वह बार-बार यही जताने की कोशिश कर रहा है कि ग़लती भारत की है। भारत सरकार इसका जवाब किस तरह से दे रही है, प्रचार युद्ध के मोर्चे पर उसका प्रदर्शन कैसा है, बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार
टीवी 18 के असम संस्करण की एकदम ताज़ा रिपोर्ट में एक बीजेपी सांसद के हवाले से दावा किया गया है कि चीनी सैनिक अरुणाचल के भारतीय इलाक़े में क़रीब बारह किलोमीटर अंदर तक घुस आए हैं । उन्होंने एक नया पुल भी बना लिया है और उनके संख्या बल के कारण हमारे सैनिक पीछे हट गए हैं ।सुनिये शीतल पी सिंह की रिपोर्ट
चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिक कैसे शहीद हो गए और वहाँ किस तरह का घटनाक्रम चला, इस पर आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है। आख़िर वहाँ हुआ क्या था?
पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प क्यों हुई? 1967 में नाथू ला में हुई झड़पों के बाद पहली बार इतनी इतनी बड़ी तादाद में सैनिक मारे गए हैं।