क्या सरकार संसद में लिखित प्रश्न के उत्तर में चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर झूठ बोल रही है? क्या गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय पूरे देश को आधिकारिक तौर पर गुमराह कर रहे हैं?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।पैंगोंग : विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले हुई थी 100-200 राउंड फ़ायरिंग।सरकार ने संसद में कहा - 6 महीने में चीन ने नहीं की कोई घुसपैठ
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कहा था कि चीनियों ने हमारी जमीन पर कोई कब्जा नहीं किया और वे हमारी सीमा में नहीं घुसे तो रक्षा मंत्री को यह बताना चाहिए था कि उस मुठभेड़ का असली कारण क्या था?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।सुदर्शन न्यूज़ के कार्यक्रम पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक। भारत ने संयुक्त राष्ट्र की संस्था के चुनाव में चीन को हराया।
भारत चीन सीमा तनाव के बीच चीन 10 हज़ार से ज़्यादा भारतीयों पर निगरानी कर रहा था। इसमें राजनेता, सेना प्रमुख, अफ़सर, जज, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता आदि शामिल हैं। आख़िर चीन का उद्देश्य क्या है?
चीनी कंपनी जेनहुआ डेटा भारत के 10 हज़ार लोगों के ख़ुफ़िया डेटा एकत्रित कर रहा है। इसमें प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, सेना प्रमुख, पूर्व सेना प्रमुख से लेकर उद्योगपति रतन टाटा तक हैं। आखिर उसका मकसद क्या है? क्या यह भारत की सुरक्षा के लिए ख़तरनका है? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
भारत चीन सीमा तनाव के बीच चीन 10 हज़ार से ज़्यादा भारतीयों पर निगरानी कर रहा था। इसमें राजनेता, सेना प्रमुख, अफ़सर, जज, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता आदि शामिल हैं। आख़िर चीन का उद्देश्य क्या है?
भारत चीन सीमा तनाव और चीन के चरित्र को प्रसिद्ध लेखक कृश्न चंदर ने 1964 में लिखे अपने उपन्यास 'एक गधा नेफा में' काफ़ी बारीकी से उजागर किया है। तबके चीनी प्रधानमंत्री के साथ एक गधे का काल्पनिक संवाद रोचक है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।‘युद्ध के वक्त सब देखेंगे अपना राष्ट्रहित, नहीं देगा कोई साथ’। PM CARES फंड को विदेशी करेंसी क़ानून से छूट!
अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए 5 युवकों को चीन ने भारत को सौंप दिया है। उस समय स्थानीय अख़बारों में यह ख़पर छपी थी कि सुबनसिरी के जंगलों में शिकार को गए 5 युवकों को पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने पकड़ लिया और अपने साथ ले गए।
स्मिता शर्मा ने विदेश मंत्री जयशंकर और चीन के वांग यी के बीच ढाई घंटे तक मॉस्को में चली बैठक पर चर्चा की जयदेव रानाडे से जो Centre for China Analysis & Strategy के चेयरमैन और रॉ के पूर्व अतिरिक्त सचिव रह चुके हैं । उनका कहना है कि साझा बयान गोलमोल है और बयान मे दम नहीं है