सत्ता और मीडियाकर्मियों के संबंधों पर आजकल कुछ ज़्यादा ही सवाल उठ रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी पत्रकार हैं जो अपनी पत्रकारिता से किसी भी क़ीमत पर समझौता नहीं करना चाहते हैं।
न्यायमूर्ति विनीत शरण और भूषण गवई की बेंच ने कलकत्ता हाई कोर्ट की दो-सदस्यीय बेंच की भूमिका पर उँगली उठाई है जिसने नारद कांड के अभियुक्तों की ज़मानत पर रिहाई के ख़िलाफ़ फ़ैसला दिया था।
तृणमूल कांग्रेस की चुनावी रणनीति तय करने वाले प्रशांत किशोर का एक ऑडियो क्लिप सामने आया है जिसके बारे में बीजेपी द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि इस क्लिप में उन्होंने मान लिया है कि बीजेपी बंगाल में सत्तारूढ़ होने जा रही है। क्या यह बात सही है?
बंगाल में जब अमित शाह हर चरण के बाद अपनी सीटें गिना रहे हैं तो ममता बनर्जी तुरंत उनको काउंटर करती हैं कि क्या वे भगवान हैं या उन्होंने ईवीएम में झाँककर देखा है कि किसने किसको वोट दिया है। आख़िर यह वाद-विवाद क्यों?
पश्चिम बंगाल में अगले अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। यहाँ तृणमूल 10 साल से सत्ता में है और अब तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है। लेकिन क्या वह ऐसा कर पाएगी?
सी-वोटर ने हाल ही में पश्चिम बंगाल के लोगों का मूड भाँपने के लिए उनसे कुछ सवाल पूछे जैसे वर्तमान राज्य सरकार का काम कैसा चल रहा है, आपके लिए चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा क्या है, आप किस व्यक्ति का राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं आदि-आदि।
पश्चिम बंगाल में आम धारणा यही है कि तृणमूल ही वापस सत्ता में आएगी। पुलिस और मीडिया की भी यही राय है। जानिए वे कौनसी शक्तियाँ हैं जो तूफ़ानी हवाओं में भी ममता की नाव को पार लगाने में मदद कर रही हैं।
बंगाल में चुनाव अब कुछ ही माह दूर रह गए हैं लेकिन अभी भी यहाँ की तसवीर साफ़ नहीं हुई है कि क्या ममता बनर्जी तीसरी बार भी राज्य की मुख्यमंत्री बनेंगी या इस बार यहाँ फिर से सत्ता परिवर्तन होगा।
बाबरी मसजिद मामले में सीबीआई ने जो वीडियो आदि सबूत दिखाए, वे जज को विश्वसनीय नहीं लगे। क्या दुनिया में जितने भी अपराध होते हैं, उनका फ़ैसला वीडियो के आधार पर होता है?
24 मार्च के आसपास रोज़ 50-60 नए मरीज़ों का पता चल रहा था तो लॉकडाउन किया गया था और अब जब 8 हज़ार से ज़्यादा नए मरीज़ रोज़ मिल रहे हैं तो लॉकडाउन क्यों खोला जा रहा है?
आज 1 जून से लॉकडाउन ख़त्म होने की उलटी गिनती शुरू हो रही है। सरकार ने इसे अनलॉक-1 का नाम दिया है जो 30 जून तक चलेगा। पॉजिटिव मामले बढ़ रहे हैं तो अनलॉक की घोषणा क्यों?