मध्य प्रदेश को शिवपुरी ज़िले से शर्मसार करने वाली फिर एक तसवीर सामने आयी है। लू के थपेड़ों और 45 डिग्री के लगभग ट्रेम्प्रैचर के बीच मजबूर मज़दूरों को सीमा पर बने शौचालयों में दिन बिताना पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े प्रशंसक और स्वदेशी के बड़े पैरोकार बाबा रामदेव और उनकी कंपनी ‘पतंजलि’ इंदौर में कोरोना पाॅजिटिव रोगियों पर आख़िर कौन-सा प्रयोग करना चाहती थी?
लॉकडाउन के बीच कमलनाथ सरकार में वित्त, योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी मंत्री रहे कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक तरुण भानोट से बुधवार को भोपाल स्थित सरकारी बंगला खाली करा लिया गया।
ग्वालियर ज़िले के भितरवार कस्बे में सोमवार को लाॅकडाउन तोड़ने वाले एक रेहड़ी वाले के पीट-पीटकर दोनों हाथ तोड़ देने के दो आरोपी पुलिस वालों के ख़िलाफ़ मध्य प्रदेश पुलिस ने आपराधिक मुक़दमा दर्ज किया है।
रीवा के चाकघाट में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर पिछले दो-तीन दिनों से यहाँ फँसे हज़ारों भूखे-प्यासे मज़दूरों और उनके परिजन रविवार को एमपी और यूपी पुलिस के बैरिकेड्स तोड़कर उत्तर प्रदेश की सीमा में घुस गये।
कोरोना संक्रमण फैलाने के आरोप में पकड़े गये 17 जमातियों को भोपाल ज़िला अदालत ने गुरुवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जेल भेजे गये ज़्यादातर जमाती विदेशी हैं।
मध्य प्रदेश में आठ श्रमिकों की मौत की ख़बर आई है। मारे गये सभी आठ लोग यूपी के रहने वाले थे। इसमें से पाँच की तो ट्रक पलट जाने से मौत हो गई, जबकि तीन लोगों की पैदल चलते-चलते मौत हो गई।
शराब की दुकानों और ठेकों पर टूट रही लोगों की भीड़ ने कोरोना संक्रमण के ख़तरे को बढ़ा दिया है। मध्य प्रदेश के खंडवा ज़िले की युवा महिला कलेक्टर ने साहस दिखाते हुए ज़िले में शराब बेचने से इनकार कर दिया है।
कोरोना हाॅटस्पाॅट इंदौर में एक सांसद के लिए ‘प्रोटोकाॅल’ को ताक पर रखे जाने का मामला क्यों आ रहा है? और क्यों विधायक बड़ी संख्या में लोगों के साथ बैठक कर रहे हैं?
विश्वव्यापी महामारी कोरोना संक्रमण और लाॅकडाउन की वजह से मध्य प्रदेश की देवास बैंक नोट प्रेस में पिछले क़रीब छह सप्ताह से नोटों की प्रिंटिंग का काम ठप है।
मध्य प्रदेश के गुना ज़िले में लौटे मज़दूर परिवार को कोरोना के भय से गाँव में घुसने नहीं दिया गया। चिलचिलाती धूप में गाँव के बाहर बने स्कूल के शौचालय में पूरा परिवार ‘क्वॉरंटीन’ हुआ। शौचालय में ही इन्होंने भोजन पकाया और खाया।
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल महाघोटाले की जाँच एक बार फिर पूरी तरह से ठंडे बस्ते में चली गई है। महाघोटाले की जाँच करने वाले एसटीएफ़ अफ़सरों और अमले को शिवराज सरकार ने कोरोना ड्यूटी में लगा दिया है।