विधानसभा चुनाव से पहले ममता सरकार पर हमला बोल रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आरोपों को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को पलटवार किया है।
पश्चिम बंगाल के चुनावों पर घमासान जारी है। भारतीय जनता पार्टी ज़बर्दस्त तरह से हमलावर हैं। बीजेपी अपने पूरे चुनाव प्रचार में ममता बनर्जी को घेरने के लिये मुसलिम तुष्टिकरण के बेहद तीखे और सांप्रदायिक आरोप मढ़ रही है।
अमित शाह के दौरे के समय शनिवार को अपने दल-बल के साथ भगवा झंडा थामने वाले शुभेंदु अधिकारी हों या फिर दो साल पहले टीएमसी से नाता तोड़ कर बीजेपी के पाले में जाने वाले मुकुल राय, किसी का दामन उजला नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी जिस 'जय श्री राम' नारे के बल पर लोकसभा में दो सीट से 303 सीट तक पहुँच गई और अकेले बहुमत हासिल कर दूसरी बार देश की सत्ता पर कब्जा कर लिया, वह पश्चिम बंगाल में उस नारे से निजात पाने की रणनीति अपना रही है।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और सत्ता के सबसे बड़े दावेदार के तौर पर उभरी भारतीय जनता पार्टी के बीच लगातार तेज़ होती राजनीतिक शतरंज की बाज़ी में राज्य काडर के आईपीएस अधिकारी मोहरा बनते जा रहे हैं।
बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं की हुंकार से गूंज रहे पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव से पहले पार्टी छोड़ रहे नेताओं के कारण परेशान दिख रही हैं।
तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेता शुभेंदु अधिकारी ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। वे बीजेपी में शामिल होंगे? क्या ममता का क़िला ध्वस्त होगा? आशुतोष के साथ चर्चा में नीरेंद्र नागर, प्रभाकर मणि तिवारी, ऋषि मिश्रा और आलोक जोशी।
अगले साल पश्चिम बंगाल विधानसभा के चुनाव बहुत दिलचस्प होने जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव 2019 से भगवा फहराने की तैयारी में बीजेपी क्या बंगाल में कमल खिला सकेगी? यह बहुत मौजूँ सवाल है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले साल विधानसभा चुनावों से पहले राज्य के सभी परिवारों को स्वास्थ्य साथी मेडिकल बीमा योजना के तहत शामिल करने का एलान किया है। चुनाव से पहले ममता का मास्टर स्ट्रोक?
तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने गुरुवार को चुनौती दी कि बीजेपी उन्हें गिरफ़्तार भी कर लेगी तो वह जेल से ही यह सुनिश्चित करेंगी कि तृणमूल की जीत हो। वह एक बड़ी सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रही थीं।