मेनस्ट्रीम मीडिया में पश्चिम बंगाल के चुनाव को बीजेपी बनाम टीएमसी दिखाए जाने के बीच कांग्रेस और वाम दलों (लेफ़्ट) ने रविवार को कोलकाता में रैली कर अपने सियासी वजूद का अहसास कराया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजधानी कोलकाता के नज़दीक हुगली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'सबसे बड़ा दंगाबाज़' क़रार दिया। वे मोदी के 'तोलाबाज' (वसूली करने वाला) कहने पर उसका जवाब दे रही थीं।
ड्रग्स के मामले में पश्चिम बंगाल बीजेपी की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। इसके साथ ही राज्य बीजेपी के अंदर की लड़ाई खुल कर सामने आ गई है। ड्रग्स के मामले में पकड़ी गई पामेला गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि पार्टी ने उन्हें फंसाया है, इसके लिए उनके पास पुख़्ता सबूत हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 फ़रवरी को राजधानी कोलकाता के नज़दीक हुगली में एक जनसभा में राज्य सरकार पर ज़ोरदार हमला करते हुए कई तरह के आरोप लगाए। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने प्रधानमंत्री के आरोपों का बिन्दुवार जवाब दिया है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने पेट्रोल पर लगने वाले मूल्य संवर्द्धित कर यानी वीएटी में एक रुपए की कमी कर दी है। ऐसा करने वाला यह चौथा राज्य बन गया है। इसके पहले असम, राजस्थान और मेघालय में भी इस तरह की कटौती की गई है।
पश्चिम बंगाल चुनाव में जय श्री राम के मुक़ाबले जय माँ दुर्गा का नारा बुलंद करने के बाद ममता बनर्जी ने तुरूप का एक और पत्ता फेंका है। उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस का नया नारा है ‘बंगाल माँगे बंगाल की बेटी’।
पश्चिम बंगाल में चुनाव शुरू होने से पहले ही मची चुनावी हलचल के बीच अब सीबीआई की एक कार्रवाई हुई है। ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के घर सीबीआई पहुँची है और उनकी पत्नी से कोयला तस्करी मामले की जाँच में शामिल होने को कहा है।
चुनावों में अपने मुताबिक़ मुद्दे तय करने में माहिर बीजेपी पश्चिम बंगाल में लगता है कि तृणमूल द्वारा तय मुद्दे में फँसती दिख रही है। राम और दुर्गा विवाद के बहाने बाहरी और बंगाली का मुद्दा ख़ड़ा होता दिख रहा।
ममता बनर्जी के समर्थक नये नारे- 'बंगला निजेर मयेके छै' यानी 'बंगाल को अपनी बेटी ही बेटी चाहिए' को सोशल मीडिया पर है शेयर कर रहे हैं। ममता क्या अब 'दीदी' कहा जाना पसंद नहीं करती हैं? आख़िर उन्होंने अब 'बंगाल की बेटी' का नारा क्यों दिया है?
चुनाव आयोग की विशेष माँग पर केंद्रीय सुरक्षा बलों की 125 कंपनियाँ 25 फरवरी को पश्चिम बंगाल पहुँच जाएंगी। हर कंपनी में 80 से 120 जवान होंगे और उनका प्रमुख एक कमांडेंट होगा।