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कोरोना: भारत से जाने वाले यात्रियों का न्यूज़ीलैंड में प्रवेश नहीं 

भारत में बेतहाशा बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच न्यूज़ीलैंड ने भारत से जाने वाले यात्रियों के अपने देश में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। इनमें वे भी शामिल हैं जो न्यूज़ीलैंड के निवासी हैं और भारत में आए हुए हैं। यह प्रतिबंध 11 अप्रैल से 28 अप्रैल यानी दो हफ़्ते के लिए लगाया गया है। न्यूज़ एजेंसी रायटर ने यह ख़बर दी है। 

रिपोर्ट के अनुसार न्यूज़ीलैंड ने यह फ़ैसला तब लिया जब वहाँ 23 नये संक्रमण के मामले सामने आए और उसमें से 17 भारत से गए लोग संक्रमित पाए गए।

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भारत में संक्रमण काफ़ी तेज़ी से फैल रहा है। बुधवार को एक दिन में पॉजिटिव केस सवा लाख से ज़्यादा हो गए हैं। पिछले साल 30 जनवरी को संक्रमण शुरू होने के बाद से एक दिन में अब तक इतने संक्रमण के मामले नहीं आए थे। इससे एक दिन पहले मंगलवार को संक्रमण के मामले 1 लाख 15 हज़ार से ज़्यादा थे। 

देश में 4 दिन के अंदर यह तीसरी बार है जब संक्रमण के मामले एक लाख से ज़्यादा आए हैं। भारत में हर रोज़ संक्रमण के मामले अब दुनिया में सबसे ज़्यादा आ रहे हैं। 

भारत के बाद सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले ब्राज़ील में आए हैं जहाँ एक दिन में 90 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं। तीसरे स्थान पर अमेरिका है जहाँ 75 हज़ार से ज़्यादा मामले आए हैं।

इसी बीच न्यूज़ीलैंड का यह फ़ैसला आया है। न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा,

हम भारत से यात्रियों के न्यूज़ीलैंड में प्रवेश को अस्थायी रूप से निलंबित कर रहे हैं।


जेसिंडा अर्डर्न, न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री

वहाँ में आए 23 नए मामलों में से 17 भारत से गए लोगों में कोरोना संक्रमण होने का ज़िक्र करते हुए अर्डर्न ने कहा, 'मैं इस बात पर जोर देना चाहती हूँ कि भारत से कोरोना के आगमन ने इस क़दम को उठाने के लिए मजबूर किया है।'

बता दें कि न्यूज़ीलैंड ने अपनी सीमाओं के भीतर वायरस को क़रीब-क़रीब ख़त्म कर दिया था और क़रीब 40 दिनों तक स्थानीय रूप से कोई भी कम्युनिटी ट्रांसमिशन का केस नहीं आया था। हालाँकि हाल ही में न्यूजीलैंड में संक्रमण वाले कई लोग पहुँचे, इनमें से अधिकतर भारतीय थे। 

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वैसे, न्यूज़ीलैंड ऐसा पहला देश नहीं है जो कोरोना प्रभावित देशों से लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा रहा है। जब पहली बार ब्रिटेन में कोरोना के नये क़िस्म के संक्रमण का मामला आया था तो दुनिया भर के कई देशों ने इंग्लैंड की अपनी-अपनी उड़ानें रद्द कर दी थीं। भारत ने भी ब्रिटेन की उड़ानें रद्द कर दी थीं। और ऐसा एहतियात के तौर पर किया गया था। 
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क़मर वहीद नक़वी

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