विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान में बने हालात को देखते हुए काबुल से अपने राजदूत और भारतीय स्टाफ़ को तुरंत वापस लाने का फ़ैसला किया गया है।
बाइडन ने अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ ग़नी अपने देश को युद्ध के लिए तैयार करने में फ़ेल रहे। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका पुरानी ग़लतियों को अब नहीं दोहराएगा।
तालिबान लड़ाकों ने अज़ीज़ी बैंक के दफ़्तर में घुस कर महिलाओं से वहां से चले जाने को कहा और उनके घर तक छोड़ आए। इतना नही नहीं, महिला वाले पोस्टर तक हटा दिए गए या उन पर कालिख पोत दी गई।
काबुल के हामिद करज़ई एयरपोर्ट पर जबरदस्त अफ़रा-तफरी का माहौल है। काबुल एयरपोर्ट पर फ़ायरिंग भी हुई है और इसके बाद एयरपोर्ट पर कॉमर्शियल फ्लाइट्स को सस्पेंड कर दिया गया है।
अफ़ग़ानिस्तान के समाचार चैनल टोलो न्यू़ज का कहना है कि राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी देश छोड़ कर भाग गए हैं और तालिबान के लड़ाके राजधानी काबुल में दाखिल हो चुके हैं।
तालिबान के प्रवक्ता ने कहा है कि लड़ाकों ने अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल को चारो ओर से घेर लिया है, शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण के लिए बातचीत कर रहे हैं।
तालिबान ने जलालाबाद और मज़ार-ए-शरीफ़ पर बग़ैर लड़ाई लड़े ही क़ब्ज़ा कर लिया, सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया या भाग गए। लड़ाके अब काबुल के नज़दीक पहुँच चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के महासचिव अंतोनियो गुटरेश ने कहा है कि शुरुआती संकेत मिलने लगे हैं कि अपने नियंत्रण वाले इलाक़ों में तालिबान मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है और महिलाओं को निशाना बना रहा है।