loader
twitter/fazila baloch

पाकिस्तान-विरोधी प्रदर्शन पर तालिबान ने हवा में चलाईं गोलियाँ

तालिबान ने राजधानी काबुल में पाकिस्तान के हस्तक्षेप के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे दर्जनों अफ़ग़ानों पर गोलियाँ चलाई हैं। ये गोलियाँ भीड़ तितर-बितर करने के लिए हवा में चलाई गईं। 

समाचार एजेन्सी 'एएफ़पी' ने यह जानकारी दी है। उसका कहना है कि उसके रिपोर्टर ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर तालिबान लड़ाकों को गोलीबारी करते हुए देखा है।

लगभग 70 लोगों ने काबुल स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया। इनमें अधिकांश महिलाएँ थीं। इन्होंने हाथ में तख्तियाँ ले रखी थीं और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ नारेबाजी कर रही थीं। इनका कहना था पाकिस्तान अफ़ग़ानिस्तान के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करे। 

taliban open fire on anti-pakistan demonstration in kabul - Satya Hindi
काबुल में पाकिस्तान-विरोधी प्रदर्शनtwitter/tolo news

पाकिस्तान के ख़िलाफ़ नारेबाजी

बीबीसी संवाददाता ने ख़बर दी है, "काबुल में लगभग 1,000 पुरुष और महिलाएँ इकट्ठा हैं। वे पाकिस्तान के ख़िलाफ़ नारे लगा रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान ने पंजशीर में तालिबान का समर्थन किया है। प्रदर्शनकारियों में कुछ आईएसआई चीफ़ की काबुल यात्रा का भी ज़िक्र कर रहे हैं। कुछ महिलाओं के अधिकारों की भी बात कर रहे हैं। जिस जगह पर ये विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, वहाँ तालिबान के लड़ाके भी मौजूद हैं।"
taliban open fire on anti-pakistan demonstration in kabul - Satya Hindi
काबुल की सड़क पर महिलाएँtwitter/ tolo news

'पाकिस्तान अफ़ग़ानिस्तान छोड़ो'

बीबीसी का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने 'अल्लाहू अकबर', 'हमें एक ख़ुदमुख़्तार मुल्क चाहिए', 'हमें पाकिस्तान की कठपुतली सरकार नहीं चाहिए', 'पाकिस्तान अफ़ग़ानिस्तान छोड़ो' जैसे नारे लगाए।

विद्रोह की अपील

इसके पहले यानी सोमवार रात काबुल से सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो पोस्ट किए गए, जिनमें 'राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा ज़िंदा रहे' और पाकिस्तान विरोधी नारे लगाते हुए सुना जा सकता है।

नेशनल रेजिस्टेन्स फ्रंट ऑफ़ अफ़ग़ानिस्तान के नेता अहमद मसूद ने सोमवार को एक ऑडियो संदेश भेजकर अफ़ग़ान लोगों से पूरे अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के ख़िलाफ़़ एक संयुक्त राष्ट्रीय विद्रोह शुरू करने की अपील की थी।

मसूद ने काबुल और मज़ार-ए-शरीफ़ में महिलाओं के विरोध को इस प्रतिरोध का उदाहरण बताया था। 

ख़ास ख़बरें

मज़ार-ए-शरीफ़ में भी प्रदर्शन

इसके एक दिन पहले यानी सोमवार को अफ़ग़ानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर मज़ार-ए-शरीफ़ में महिलाओं ने तालिबान के खिलाफ़ प्रदर्शन किया था।

इसी दिन हेरात में भी अफ़ग़ान महिलाएँ सड़कों पर उतर आई थीं और तालिबान के ख़िलाफ़ जम कर नारेबाजी की थीं। 

पाकिस्तान से गुस्सा क्यों?

पड़ोसी देश पाकिस्तान के ख़िलाफ़ गुस्से की तात्कालिक वजह पाक खुफ़िया एजेन्सी आईएसआई के प्रमुख फ़ईज़ हमीद की काबुल यात्रा है। उन्होंने काबुल में तालिबान के कई नेताओं से मुलाक़ात की और सरकार बनाने को लेकर विचार विमर्श किया।

अफ़ग़ानिस्तान के लोगों को यह नागवार गुजर रहा है कि कोई दूसरा देश उनके यहाँ सरकार तय करे और उनका भाग्य विधाता बन जाए। 

taliban open fire on anti-pakistan demonstration in kabul - Satya Hindi
आईएसआई प्रमुख फ़ईज़ हमीद काबुल मेंtwitter

याद दिला दें कि राजधानी पर तालिबान के नियंत्रण के दूसरे ही दिन काबुल में कुछ महिलाएँ सड़क पर आ गईं और तालिबान लड़ाकों के सामने जाकर प्रदर्शन किया। उनके हाथ में पश्तो में लिखी तख्तियाँ थीं।

हालांकि उस समय तालिबान लड़ाकों ने बुद्धिमानी दिखाई और उन पर गोली नहीं चलाई थी, पर यह साफ हो गया कि लोग उन्हें नापसंद करते हैं। 

इसके बाद मज़ार-ए-शरीफ़, हेरात, ननगरहार, जलालाबाद और काबुल में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए थे। जलालाबाद में तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान का राष्ट्रीय झंडा उतार कर अपना झंडा लगा दिया तो लोगों ने उनके ख़िलाफ़ नारेबाजी की थी। तालिबान लड़ाकों ने हवा में फ़ायरिंग कर दी थी। 

इसके बाद हेरात, काबुल और कुछ दूसरे शहरों में आम नागरिकों ने कई जगहों पर तालिबान का झंडा उतार कर वहाँ राष्ट्रीय झंडा लगा दिया था। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

दुनिया से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें