पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।
चार साल पुराने वाट्सऐप के आधार पर दीपिका को NCB का सम्मन क्या एक षड्यंत्र है? क्या फ़िल्म इंडस्ट्री की आवाज़ को दबाया जा रहा है? मशहूर वकील आभा सिंह से आशुतोष की बेबाक़ बातचीत।
हिंदी के प्रसिद्ध कवि रामधारी सिंह 'दिनकर' का आज जन्मदिन है। 23 सितंबर 1908 को जन्मे दिनकर की किताब ‘संस्कृति के चार अध्याय’ हर भारतीय को पढ़नी चाहिये। यह किताब भारत की सांस्कृतिक यात्रा है।
अब अकाली दल ने छोड़ा बीजेपी का साथ। मोदी के पेज पर बढ़ रहे हैं डिसलाइक्स? बेरोज़गारी बना जी का जंजाल! मोदी का जादू कम? आशुतोष के साथ विजय त्रिवेदी, विनोद अग्निहोत्री, अकू श्रीवास्तव।
मुग़ल हमारे नायक नहीं हो सकते। ऐसा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा। नायक भले न हो लेकिन उनका निष्पक्ष आकलन तो हो। अकबर मुग़ल बादशाहों में सबसे उदार थे। ऐसा लगता है कि वो मुसलिम कम और हिंदू ज़्यादा थे।
सुदर्शन टीवी के नौकरशाही जेहाद जैसे कार्यक्रम पर रोक सुप्रीम कोर्ट ने लगा दी है। लेकिन जो टिप्पणियाँ की हैं वो बेलगाम टीवी चैनलों पर नकेल कसने की दिशा में बड़े कदम हो सकते हैं।
दिल्ली दंगों में पूरक चार्जशीट दाखिल की गयी है। जिसमें सीताराम येचुरी, योगेन्द्र यादव, अपूर्वानंद, जयति घोष और राहुल राय के नाम डाले गये हैं। योगेन्द्र यादव से आशुतोष की बातचीत। क्यों उमर ख़ालिद को गिरफ्तार किया गया!
रिया अपराधी और कंगना नायिका, मीडिया का दोगलापन या एक षड्यंत्र ? क्या मीडिया लोकतंत्र को बर्बाद करने पर तुला है ? मीडिया लिंच माब पैदा कर रहा है ? आशुतोष ने सेंटर फ़ार सोशल रिसर्च की डायरेक्टर रंजना कुमारी से बात की ।
ज़ब देश में एक दिन में एक लाख कोरोना केस हो रहे हैं, अर्थव्यवस्था रसातल में जा चुकी हो और चीन मातृभूमि पर कब्जा किये बैठा हो तब कंगना की चर्चा एक बहुत बडे ख़तरे की घंटी है । आशुतोष के साथ चर्चा में उर्मिलेश, आलोक जोशी, विजय त्रिवेदी।
मुंबई में तीन महीनों से जो नाटक चल रहा है वो अनायास है या सोची समझी पटकथा ? कंगना में इतनी हिम्मत कहाँ से आयी कि वो ठाकरे से तू तड़ाक करे । षड्यंत्र गहरा है ? आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, विनोद कापडी, विनोद अग्निहोत्री।
रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने लिंकडिन पर एक पोस्ट लिखी है । उनका कहना है कि मोदी सरकार को फ़ौरन भयाक्रांत होकर काम शुरू कर देना चाहिये नहीं तो अर्थव्यवस्था बरबाद हो जायेगी।
सीमा पर तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन ने चुशुल में भारी सैनिकों का जमावड़ा कर लिया है। हालात काफी नाज़ुक हो गये हैं। सवाल, चीन को सबक सिखाने के लिये सर्जिकल स्ट्राइक क्यो नहीं?
सिर्फ एक तिमाही में जीडीपी नकारात्मक नहीं है। अगले पूरे साल भी जीडीपी निगेटिव रहेगी। अगर मोदी सरकार ने जल्दी बड़ा कदम नहीं उठाया, वित्त मंत्री को नहीं बदला तो भयानक तबाही होगी।
यूपी में फिर लव जिहाद का भूत क्यों खड़ा किया जा रहा है ? क्या योगी सरकार को चुनावी हार का डर सता रहा है ? एक चर्चा -आशुतोष के साथ विनोद अग्निहोत्री, विजय त्रिवेदी, शीबा असलम फहमी, यूसुफ अंसारी।
सुशांत सिंह राजपूत मामले की जिस तरह की टीवी कवरेज हो रही है वो कई सवाल खड़े करती है। क्या पत्रकारिता है या फिर हद दर्जे का छिछोरापन! एक चर्चा। आशुतोष के साथ आलोक जोशी, आभा सिंह और अकु श्रीवास्तव।
क्या कांग्रेस में गाँधी परिवार के ख़िलाफ़ बग़ावत है या फिर राहुल को अध्यक्ष बनाने का ड्रामा! एक चर्चा। आशुतोष के साथ क़मर वहीद नक़वी, आलोक जोशी, विजय त्रिवेदी, विनोद अग्निहोत्री और अशोक वानखेड़े।
क्या प्रशान्त भूषण को जेल जाना चाहिये? क्या न्यायपालिका सरकार के दबाव में है? क्या जजों की पब्लिक स्क्रूटनी होनी चाहिये जैसे प्रधानमंत्री की होती है? आशुतोष के साथ चर्चा में राहुल देव, प्रो. आनंद कुमार, शिवकांत शर्मा।