मायावती ने कुछ और बड़े नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया है। रामअचल राजभर, लाल जी वर्मा सहित तमाम बड़े नेताओं के बाद बारी तिवारी परिवार के सदस्यों की है।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले क्या कांग्रेस अपने संगठन को मज़बूत करने के लिए पदयात्रा और नुक्कड़ सभाएँ करने जा रही है? जानिए क्या है यूपी कांग्रेस की योजना।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस लगातार बड़े एलान कर रही है। इससे पहले पार्टी ने कहा था कि वह उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देगी।
गोरखपुर पुलिस पर यह आरोप लग रहा है कि वह होटलों में छापे मार कर व्यापारियों से पैसे लूट लेती है या वसूली करती है और इसी क्रम में मनीष गुप्ता की मौत हो गई।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत लखनऊ में कर दी। उन्होंने कई बैठकें कीं, प्रतिज्ञा यात्रा का एलान किया और लगभग चार दर्जन उम्मीदवारों को हरी झंडी दे दी।
रिपोर्ट में विभिन्न विभागों से कुंभ के लिए आवंटित बजट पर सवाल खड़ा किया गया है। कुंभ मेला अधिकारी ने अन्य विभागों के बजट खर्चे की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जिससे उस बजट के खर्चे का विवरण ही नहीं मिल सका।
बीजेपी संजय निषाद को विधान परिषद की मनोनीत कोटे की खाली सीट देने के लिए भी तैयार हो गयी है। यूपी में विधान परिषद में मनोनीत कोटे की चार सीटें जुलाई में खाली हुई हैं।
उत्तर प्रदेश में ज़िला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की कहानी ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव में दोहरायी गई। पहले 40 फ़ीसदी से अधिक ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध बनवा दिए गए, जिन सीटों के लिए मतदान हुआ, उनमें से भी अधिकांश बीजेपी के खाते में गयी हैं।
उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में सत्ता की भरपूर दबंगई के बाद ब्लॉक प्रमुख पद के चुनावों में हिंसा, गुंडागर्दी, छिनैती से लेकर मारपीट के नजारे दिखाई दिए।
महात्मा गांधी के आह्वान पर शुरू हुई प्रभातफेरी की परंपरा एक बार फिर से यूपी कांग्रेस ने अपनायी है। अचानक से बिना चुनाव सड़कों-गलियों में ‘आओ रे, नौजवान गाओ रे’ का गीत गाते हुए सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता नज़र आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों में हार कर तीसरे नंबर पर पहुंची बीजेपी ने आखिरकार जिला पंचायत अध्यक्षों के पदों पर ज्यादातर जगहों पर जीत हासिल कर ली है।
लालजी वर्मा और राम अचल राजभर के बाद शुक्रवार सुबह बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख नेता और पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री देव नारायण सिंह उर्फ जीएम सिंह ने भी मायावती का साथ छोड़ दिया।