मुंबई की जिस फ़िल्म इंडस्ट्री में शिव सैनिकों का ख़ौफ़ माना जाता है, वहां बाहर से आई एक फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने किसी शिव सैनिक को नहीं सीधे उनके मुखिया को ललकारा है।
बरसों से पंजाब और हरियाणा के बीच घमासान का केंद्र बने सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर का जिन्न एक बार फिर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बयान के बाद बाहर निकल आया है।
राजस्थान की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई है कि पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के ख़िलाफ़ प्रताप सिंह बाजवा ने पहले से जारी अपनी मुखालफ़त को और तेज़ कर दिया है।
कांग्रेस में चल रहे नेतृत्व संकट के मसले पर पार्टी नेता अब खुलकर बोल रहे हैं। अभिषेक मनु सिंघवी के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री शथि थरूर ने भी इसे लेकर बेहद तीख़ा बयान दिया है।
अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने इस्तीफ़े का एलान करने वाले अपने ख़त में लिखा है कि हुर्रियत के घटक दल जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म होने के बाद लोगों का नेतृत्व करने में असफल रहे हैं।
कांग्रेस विधायकों के पार्टी छोड़ने का सिलसिला गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और गुजरात से होता हुआ आगे बढ़ता दिख रहा है। लेकिन क्या इसके लिए सिर्फ़ ऑपरेशन लोटस जिम्मेदार है?
बिहार में चुनाव सामने है और आरजेडी के तमाम सियासी हमलों के बीच सवाल पूछा जा रहा है कि क्या नीतीश के नेतृत्व में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन सत्ता में वापसी कर पाएगा?
ज्ञानी हरप्रीत सिंह के बयान के बाद खालिस्तान का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया है। भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियों के मुताबिक़, आईएसआई भारतीय सिखों को भड़का रही है।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद रावण 15 मार्च को अपनी राजनीतिक पार्टी का एलान करेंगे। रावण 2022 के विधानसभा चुनाव के लिये एंटी बीजेपी फ्रंट बनाने में जुट गये हैं। रावण की नज़र दलित, मुसलिम और ओबीसी वोट बैंक पर है। लेकिन क्या रावण मायावती, अखिलेश जैसे पुराने नेताओं के बीच उत्तर प्रदेश में एक मजबूत राजनीतिक विकल्प बन पायेंगे?