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क्या चीनी सेना अब भारतीयों के अपहरण करने पर उतर आयी है?? 

क्या चीनी सेना अब भारतीयों के अपहरण करने पर उतर आयी है? फ़िलहाल अरुणाचल प्रदेश से खबर है कि चीनी सेना ने पाँच भारतीयों का अपहरण कर लिया है। अभी तक आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुयी है। यह वाक़या चीन से सटे अपर सुबनसिरी ज़िले की बताई जाती है। स्थानीय प्रशासन फिलहाल पता लगाने में जुटा है आख़िर खबर में कितनी सचाई है। अरुणाचल प्रदेश के स्थानीय अख़बार में इससे जुड़ी एक ख़बर के प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया है और उसने मामले की तसदीक करने के लिए पुलिस बल को भेजा है।
स्थानीय अख़बार की ख़बर में यह कहा गया था कि पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने नाचो नामक जगह से तागिन समुदाय के 5 लोगों का अपहरण कर लिया। ये लोग उस समय वहां शिकार करने गए हुए थे। इस मामले की पुष्टि न तो भारतीय सेना ने की है न ही अरुणाचल सरकार ने, लेकिन पुलिस वालों को इसकी सचाई का पता लगाने के लिए भेजा गया है।
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क्या कहना है पुलिस का?

अपर सुबनसिरी ज़िले के पुलिस सुपरिटेंडेंट तरु गस्सार ने एनडीटीवी से कहा, 'हमें इस घटना की जानकारी मीडिया रिपोर्ट और सोशल मीडिया से मिली है। हमने मुख्यालय में इस पर चर्चा की और नाचो थाना प्रभारी की अगुाआई में एक टीम भेजा है। वे जल्द ही सच का पता लगा लेंगे।'
उन्होंने यह भी कहा कि अब तक किसी ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है, लेकिन अतीत में इस तरह की घटना घट चुकी है, इसलिए मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।
अख़बार में यह भी कहा गया है कि जिन लोगों का अपहरण हुआ, उनके साथ और दो लोग गए हुए थे, पर वे किसी तरह भाग निकलने में कामयाब हो गए।

विधायक ने किया पोस्ट

बता दें कि राजधानी इटानगर से अपर सुबनसिरी लगभग 280 किलोमीटर दूर है। जिस नाचो नाम के जगह में यह वारदात कथित तौर पर हुई है, वहां से दापोरजियो 125 किलोमीटर है। दापोरजियो से 170 किलोमीटर की दूरी पर चीनी सीमा है।
पूर्व सांसद और पासीघाट से चुने गए मौजूदा कांग्रेसी विधायक निनोंग एरिंग ने सोशल मीडिया पोस्ट में इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने उन लोगों के नाम भी बताए हैं, जिनका कथित तौर पर अपहरण हुआ है। उनके मुताबिक प्रसाद रिंगलिंग, टच श्रिंकम, दोंगतू एबिया, टानू बेकर और न्गारू दिरी का अपहरण कर लिया है। एरिंग ने कहा है कि उन्हें प्रकाश रिंगलिंग ने कहा है कि इन लोगों का अपहरण पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने किया है।
यह घटना ऐसे समय हुई है जब भारत और चीन के बीच तनाम चरम पर है। समझा जाता है कि लगभग 40 हज़ार चीनी सैनिक भारत की सरज़मी पर बैठे हुए हैं और पीछे हटने से इनकार कर रहे हैं।
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क़मर वहीद नक़वी

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