न्यूयॉर्क टाइम्स ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के इनकम टैक्स भुगतान पर उठाए गंभीर सवाल। ट्रंप की कमाई और टैक्स पर बड़ा बवाल। न्यूयॉर्क टाइम्स ने बड़ी खबर छापी। जिस साल वो राष्ट्रपति बने उस साल उन्होंने कुल जमा साढ़े सात सौ डॉलर का इनकम टैक्स चुकाया। इससे पहले के पंद्रह में से दस साल उन्होंने अपने कारोबार में घाटा दिखाया और कोई टैक्स नहीं भरा। अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ शिवकांत शर्मा से आलोक जोशी की बातचीत। Satya Hindi
बिहार चुनाव का एलान हो गया है। यानी युद्ध का बिगुल बज चुका है। यह नीतीश का विजयनाद है या उनके विरोधियों की गर्जना? क्या बिहार बदलाव की ओर बढ़ रहा है? बिहार की राजनीति के जानकार पत्रकार शैलेश, शीतल, मुकेश कुमार, राजेंद्र तिवारी और समी अहमद के साथ आलोक जोशी की चर्चा
JEE NEET Exam: क्या लाखों छात्रों की ज़िन्दगी को कोरोना काल में दाँव पर लगा दिया जाए? या कोरोना की वजह से देश के लाखों छात्रों का एक साल बर्बाद कर दिया जाए? वरिष्ठ पत्रकार आलोक जोशी का विश्लेषण। Satya Hindi
फ़ेसबुक पर भारत में बवाल क्यों? कॉंग्रेस हमलावर तो बीजेपी बचाव में उतरी! कॉंग्रेस बीजेपी की लड़ाई के पीछे क्या है?अपने सबसे बड़े बाज़ार में कैसे फँस गया है फेसबुक? आलोक जोशी की टिप्पणी।Satya Hindi
संदिग्ध परिस्थितियों में सुशांत सिंह राजपूत की मौत और उसके आसपास खड़े हो रहे सवाल। बिहार और मुंबई पुलिस के बीच खिंची तलवारें। किसी अपराधी को बचाने की कोशिश या चुनाव से पहले राजनीति गर्म करने का फॉर्मूला? संविधान विशेषज्ञ विराग गुप्ता से खास बातचीत।
दस लाख पार करने के बाद क्या और तेज होगी कोरोना की रफ़्तार? क्या कह रहे हैं आँकड़े? कहाँ चूक गई सरकार? डाटावाणी के अपूर्व भारद्वाज और अनब्रेकिंग के राजेंद्र तिवारी से बातचीत।
विकास दुबे का एनकाउंटर हो गया! क्या साथ में क़ानून और न्याय व्यवस्था का भी एनकाउंटर हो गया? आलोक अड्डा में आशुतोष, शीतल, हर्षवर्धन त्रिपाठी, शरद गुप्ता और राजकेश्वर सिंह!
कानपुर में दस पुलिसवालों के नरसंहार का मुख्य अभियुक्त विकास दुबे उज्जैन में महाकाल मंदिर से गिरफ्तार।ये गिरफ्तारी है या नाटक? वरिष्ठ पत्रकार राजा शर्मा, रामदत्त त्रिपाठी, अकु श्रीवास्तव, शीतल पी सिंह और अरुण अस्थाना के साथ चर्चा।
कानपुर में एक बदमाश को पकड़ने गई पुलिस पार्टी पर हमले में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या किस बात का प्रतीक है। वरिष्ठ पत्रकार रामदत्त त्रिपाठी और वीरेंद्र नाथ भट्ट से बातचीत।