रामास्वामी पेरियार की मृत्यु 1973 में हो गई थी लेकिन 2019 में रामदेव को एकाएक उनकी आलोचना करने की ज़रूरत क्यों पड़ी? पेरियार रामदेव के किसी व्यापार में बाधा नहीं थे और न ही वे उत्तर भारत में उतने लोकप्रिय हैं कि रामदेव उनसे मुखड़ा लें। सोशल मीडिया पर चल रहे पेरियार बनाम रामदेव के संघर्ष पर वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह के सवाल।