आज पूरे वातावरण में कोरोना वायरस का खौफ फैला हुआ है। आर्थिक मोर्चों पर लिए गए या लिए जा रहे निर्णय भी कभी निराशा तो कभी आशा के झूले में झुलाते रहते हैं। इस बीच 1 अप्रैल को बैंकों का मर्जर भी संपन्न हो गया। इससे क्या बदलेगा?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकिंग सेक्टर में बहुत बड़े फ़ैसले का एलान करते हुए कहा कि बैंकों का विलय किया जाएगा। इस विलय के बाद सिर्फ़ 12 सरकारी बैंक बच जाएँगे।