हाल में उत्तर प्रदेश में हुए उप चुनावों में बीएसपी की हालत ख़राब क्यों हुई? चुनाव नतीजे में दिखा कि बीएसपी का जो सामाजिक आधार है वह तेज़ी से सिकुड़ रहा है। तो क्या मायावती की राजनीति ख़त्म हो रही है? क्यों है ऐसी स्थिति? सत्य हिंदी पर देखिए आशुतोष की बात।
वैचारिक विचारधारा से इतर जातियों की गिनती कर अपनी पार्टी से जोड़ने का यह फ़ॉर्मूला बीएसपी को नुक़सान पहुँचा रहा है और वह लगातार अपने जनाधार गँवा रही है।