एक इंटरव्यू में प्रियंका गाँधी ने कहा है कि काँग्रेस का नेतृत्व गाँधी परिवार के बाहर के नेता को सँभालना चाहिए। उनके इस विचार का क्या मतलब है और साल भर पहले दिया गया ये बयान क्या आज भी प्रासंगिक माना जा सकता है? पेश है वरिष्ठ पत्रकार रामकृपाल सिंह और काँग्रेस मामलों के विशेषज्ञ रशीद किदवई से वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की बातचीत