सोशल मीडिया पर शेयर किए गए कुछ वीडियो में चीनी अधिकारी घरों के बाहर लोहे की छड़ें लगाते दिखते हैं। तो क्या वुहान में पिछले साल कोरोना को फैलने से रोकने में सफलता का राज यही है?
चीन के जिस वुहान शहर में सबसे पहले कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया था वहाँ की पूरी आबादी की अब कोरोना की जाँच की जाएगी। इस शहर में एक साल बाद पहली बार स्थानीय संक्रमण का मामला सामने आया है।
चीन में अब फिर से कोरोना का खौफ है। डेल्टा वैरिएंट के मामले आ रहे हैं। 18 प्रोविंस यानी राज्यों के कम से कम 20 शहरों में डेल्टा वैरिएंट के मामले आ चुके हैं। कई शहरों में लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगाए गए हैं।
सबसे सख़्त लॉकडाउन, शानदार टेस्टिंग, सख्ती से कोरोना नियमों की पालना और दुनिया में सबसे तेज़ी से टीकाकरण करने वाले अब चीन में डेल्टा वैरिएंट पहुँच गया है और संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं।
चीन में कोरोना वायरस काबू में है फिर भी कोरोना से मरने वालों का आँकड़ा गुरुवार को जहाँ 3342 था वह शुक्रवार को बढ़कर 4636 हो गया। यानी एक दिन में ही यह आँकड़ा क़रीब 40 फ़ीसदी बढ़ गया। तो क्या चीन ने आँकड़े छुपाए थे?
एक बार फिर से चीन की चर्चा ज़ोरों पर है। चीन को गरियाने का काम लोग खुले दिल से कर रहे हैं। जैसे कि इस समय हमने कोरोना के बहाने उसे फिर से कोसना शुरू कर दिया है।
क्या आपको पता है कि चीन का एक शहर ऐसा है जहाँ आठ मार्च से कोरोना का कोई नया केस नहीं आया। यानी एक तरह से कहें तो उन्होंने इस वायरस के फैलने पर नियंत्रण पा लिया है। तो आख़िर उन्होंने कोरोना पर कैसे काबू पाया?