देश में कोरोना संक्रमण के मामले घटकर अब ढाई लाख से भी नीचे आ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी शनिवार के 24 घंटे आँकड़ों के अनुसार 2 लाख 40 हज़ार 842 नये मामले आए और 3741 लोगों की मौत हुई।
कोरोना संक्रमण के जहाँ हर रोज़ 4 लाख केस आने लगे थे वे अब क़रीब ढाई लाख ही आ रहे हैं। संक्रमण के मामले कम हुए तो क्या दूसरी लहर उतार पर है? क्या यह अपने शिखर पर पहुँच चुका है?
गाँवों में एकाएक मौत के मामले बढ़ गए हैं। गंगा में सैकड़ों लाशें तैरती मिल रही हैं। हज़ारों लाशों को गंगा किनारे रेत में दफ़न करने की ख़बरें हैं। हर गाँवों में लोग बीमार हैं। तो क्या कोरोना ने शहरों को तबाह करने के बाद अब गाँवों में कहर ढा रहा है?
बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना संक्रमण से रिकॉर्ड मौतें हुई हैं। यह आंकड़ा 4,329 रहा जबकि संक्रमण के मामलों में कुछ कमी आई और 2,63,533 मामले सामने आए।
क्या कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अपने शिखर पर पहुँच चुकी है और यह अब लगातार ढलान पर है? पिछले एक हफ़्ते के आँकड़े तो कम से कम यही इशारा करते हैं। देश में शनिवार को कोरोना संक्रमण के मामले घटकर 3 लाख 11 हज़ार 170 पहुँच गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि भारत में कोरोना की स्थिति बेहद चिंताजनक है और कई राज्यों में संक्रमण, अस्पतालों की स्थिति और हो रही मौतों के मामले लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं।
कोरोना संक्रमण के मामलों का आंकड़ा एक बार फिर साढ़े तीन लाख के आसपास रहा और बीते 24 घंटों में संक्रमण के 3,43,144 मामले दर्ज किए गए और 4,000 लोगों की मौत हुई है।
अनुपम खेर ने मोदी की वापसी को लेकर पिछले दिनों क्या कह दिया था, हाल में जो कुछ कहा है उसका ‘सारांश’ यह है कि : “कोरोना संकट में सरकार ‘फ़िसल’ गई है और उसे ज़िम्मेदार ठहराना महत्वपूर्ण है...'