सऊदी अरब में अरैमको के तेल संयंत्रों पर हमले के बाद भारतीय शेयर बाज़ार बुरी तरह गिरा, बीएसई सेंसेक्स 642 अंक टूटा। बीएसई के 30 में से 27 शेयर घाटे में बंद हुए।
सऊदी अरब स्थित अरब अमेरिकन कंपनी के दो तेल संयंत्रों पर ड्रोन हमलों के बाद भारत में डीज़ल-पेट्रोल की क़ीमतें बढ़ने की संभावना है। इसका असर क्या होगा? पहले से ही मंदी से गुजर रही ऑटो इंडस्ट्री क्या इसको सह पाएगी? देखिए शैलेश की रिपोर्ट में क्या होगा असर।
सऊदी अरब के अबक़ैक और ख़ुरैश स्थित तेल संयंत्रों पर ड्रोन हमले की वजह से अंतरराष्ट्रीय कच्चा तेल बाज़ार में आग लग चुकी है और क़ीमत प्रति बैरल 12 डॉलर बढ़ चुकी है। इसका भारत पर क्या असर पड़ेगा?
सरकारी आँकड़े हैं कि बेरोज़गारी 45 साल के रिकॉर्ड स्तर पर है। नौकरियाँ जा रही हैं। अर्थव्यवस्था में मंदी है। ऑटो सेक्टर की हालत ख़राब है। फिर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से लेकर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय तक क्यों कह रहे हैं कि सबकुछ ठीक है? देखिए आशुतोष की बात में पूरी रिपोर्ट।
केंद्र सरकार में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का कहना है कि बेरोज़गारी को लेकर आए आंकड़े पूरी तरह ग़लत हैं और किसी की भी नौकरी नहीं गई है।सत्य समाचार
बदहाल होती अर्थव्यवस्था में ऑटो इंडस्ट्री की हालत सियाम के ताज़ा आँकड़े ही बताते हैं। 'सियाम' के अनुसार, भारत में यात्री वाहन की बिक्री में अगस्त महीने में गिरावट 1998 के बाद अब तक की सबसे बड़ी है।
डूबती अर्थव्यवस्था का एक और संकेत। अब शेयर बाज़ार औंधे मुँह गिरा है। इस गिरावट से 2 लाख 55 हज़ार करोड़ रुपये का नुक़सान हुआ। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी यह मानने को तैयार क्यों नहीं हैं कि अर्थव्यवस्था ख़राब हालत में है? देखिए आशुतोष की बात में क्यों है ऐसी स्थिति।
ख़राब अर्थव्यवस्था के लिए मनमोहन सिंह ने क्यों कहा कि यह ग़लत नीतियों से संकट आा है? उन्होंने कहा कि सरकार को राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई करना छोड़कर अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए? क्या इससे अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट आएगी? देखिए शैलेश की रिपोर्ट में क्या पूरा मामला।