उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से बड़ी तादाद में लोग प्रभावित हुए हैं। आठ लोगों के शव बरामद किए गए हैं, छह लोगों की स्थिति नाजुक है जबकि लगभग 400 लोगों को बचा लिया गया है।
क्या चमोली में आए हिमस्खलन की वजह महात्वाकांक्षी ऋषि गंगा पनबिजली परियोजना है, जिसका विरोध स्थानीय लोगों ने 2005 में ही किया था? क्या इस परियोजना के लिए पहाड़ों को काटे जाने की वजह से प्राकृतिक संतुलन बिगड़ा है और यह हिमस्खलन हुआ है?