Aaj Ka Agenda। ऐतिहासिक मंदी के बाद भी अर्थव्यवस्था पर ध्यान क्यों नहीं? अपनी हार को भी जीत क्यों कह रहे हैं तेजस्वी यादव ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कॉरोपोरेट जगत को करोें में छूट देने के पीछे क्या थी वजह? बजट से निराश शेयर बाजार को 17.60 खरब रुपये का नुक़सान हो चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस समय अमेरिका जाकर निवेशकों से मिलने और उन्हें निवेश के लिए रिझाने की कोशिश कर रहे हैं, विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाज़ार से पैसे निकालना शुरू कर दिया है।
विदेशी निवेशकों के इक्विटी बाज़ार से पैसे निकालने की वजह से भी रूपया टूट रहा है क्योंकि जो भी पैसा निकाला जा रहा है वह डॉलर के रूप में ही बाहर जा रहा है। समझा जाता है कि भारतीय मुद्रा छह साल के न्यूनतम स्तर पर जल्द ही पहुँच सकता है सत्य हिंदी