दुनिया में बहुत कुछ उलट पुलट हो रहा है । दर्शन के विद्यार्थी इसे कैसे समझते सुलझाते हैं ? क्यों दुनिया एक साथ बढ़ भी रही है और सिकुड़ भी रही है ? महामारी के चलते और अर्थव्यवस्था के लगातार नीचे गिरते स्तर के दौर के समाज पर रिटायर्ड IAS और लेखक राजू शर्मा से शीतल पी सिंह के सवाल