सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट के आदेश और स्पीकर एनपी प्रजापति द्वारा कांग्रेस के 16 बाग़ी विधायकों के इस्तीफ़े मंजूर कर लिए जाने के बाद कमलनाथ सरकार के बच पाने की संभावनाएँ लगभग ख़त्म हो गई हैं। फ्लोर टेस्ट के लिए दो बजे का समय सुनिश्चित किया गया है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के जिन 16 विधायकों से कमलनाथ सरकार ने उम्मीद बांध रखी थी, उन्होंने रविवार सुबह वीडियो बयान जारी करते हुए दो टूक कह दिया है कि उन्होंने ‘इस्तीफ़े स्वेच्छा से दिए हैं।’
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने और बचाने का ‘खेल’ तेज़ हो गया है। कांग्रेस और उसकी सरकार का समर्थन कर रहे दलों के लगभग 10 विधायकों को बीजेपी द्वारा गुड़गांव के एक होटल में बंधक बनाये जाने के आरोप लगे हैं। क्या होगा अब कमलनाथ सरकार का? बचेगी या जाएगी? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की चर्चा।
कमलनाथ के नज़दीकियों के यहाँ आईटी छापे मारे जाने के बाद अब राज्य सरकार ने शिवराज सरकार में हुए ई-टेंडर घोटाले पर कार्रवाई शुरू कर दी है। यह मामला शिवराज सरकार के बहुचर्चित तीन हजार करोड़ के ई-टेंडर घोटाले से जुड़ा है।
कमलनाथ के क़रीबियों के यहाँ की गई छापेमारी ने हाई प्रोफ़ाइल ड्रामे का रूप ले लिया और भोपाल में दो महीने पहले पश्चिम बंगाल में हुए टकराव जैसे हालात बन गए।
इनकम टैक्स ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी और सलाहकार के भोपाल, इंदौर और दिल्ली स्थित ठिकानों पर रविवार तड़के रेड मारी है। मुख्यमंत्री के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के ठिकानों से करोड़ों रुपये बरामद होने की सूचना है।