धुले लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले मुसलिम बहुल मालेगाँव सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र में साध्वी प्रज्ञा का मामला प्रमुख मुद्दा बन गया है और दूसरे चुनावी मुद्दे दब गए हैं। इस क्षेत्र में क़रीब 17 फ़ीसदी वोटर मुसलिम हैं।
हिमाचल प्रदेश की कुल 4 लोकसभा सीटों को जीतने का सारा दारोमदार जयराम ठाकुर पर ही है क्योंकि दिग्गज नेता शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल चुनावी परिदृश्य से दूर हैं।
लोकसभा चुनाव के तीसरा चरण ख़त्म हो गया। जैसे-जैसे मतदान के चरण बीत रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक दलों के बीच रस्साकशी तेज़ होते जा रही है और एक-दूसरे पर हमले तीखे होते जा रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग के साथ ही 300 से ज़्यादा सीटों पर मतदान पूरा हो गया। अब तसवीर साफ़ होने लगी है कि इस चुनाव में कौन आगे है। देखिये आशुतोष का विश्लेषण।
हिन्दी फ़िल्मों में कभी देशभक्ति के प्रतीक के तौर पर माने जाने वाले सनी देओल ने अब राजनीति में एंट्री कर ली है। तो क्या राजनीति में भी उनकी ऐसी 'देशभक्ति' बरक़रार रहेगी? क्या बीजेपी की देशभक्ति से उनका टकराव तो नहीं होगा?
बेगूसराय सीट पर चुनाव है लेकिन इसकी लड़ाई बेगूसराय के बाहर भी कम नहीं लड़ी जा रही है। एक मुक़ाबला दिलीप सी मंडल ने रवीश कुमार के ख़िलाफ़ छेड़ रखा है। क्या है उनके बीच 'लड़ाई', देखिए शीतल पी सिंह की विशेष रिपोर्ट।
आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हो पाया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या दिल्ली में बीजेपी को जिताना चाहती हैं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस? देखिये वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष की रिपोर्ट।
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 117 लोकसभा सीटों पर आज मतदान हो रहा है। इस चरण में कई सियासी दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाँव पर है।
मुख्यधारा की तमाम राष्ट्रीय पार्टियाँ जीत के लिए दल-बदलुओं के सहारे हैं। इन पार्टियों के दिग्गज नेता विचारधारा के आधार पर पार्टी को मजबूत करने के बजाय किसी तरह जीत हासिल करने में लगे हैं।
महाराष्ट्र में 1972 के सूखे से भी इस साल का सूखा गंभीर है क्योंकि लगातार पिछले तीन सालों से बारिश कम हो रही है और नतीजन इस साल संकट ज़्यादा बढ़ गया है। इसके लिए कौन है ज़िम्मेदार?