महाराष्ट्र में क्या बीजेपी का वह क़िला ढग गया जहाँ ग़ैर-बीजेपीवाद पनपने के आसार हैं? क्या बीजेपी के विरोधी रहे दल अब एकजुट होंगी? और अधिक ऊर्जा के साथ? क्या बीजेपीवाद को चुनौती देने का केंद्र यानी गढ़ बनेगा महाराष्ट्र? क्या मोदी-शाह की जोड़ी वाली पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी। सत्य हिंदी पर देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
बिहार में विधानसभा की पांच और लोकसभा की एक सीट पर उपचुनाव होना है। लेकिन टिकट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में शामिल दल दोफाड़ हो चुके हैं। ऐसे में वे कैसे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी-जेडीयू को टक्कर दे पायेंगे।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश बेहद महत्वपूर्ण इलाक़ा है और 2013 में मुज़फ़्फ़रनगर में हुए दंगों के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर ध्रुवीकरण हुआ था।
गठबंधन ने सहारनपुर के देवबंद में पहली साझा रैली कर अपनी ताक़त दिखाई। महागठबंधन की पहली ही रैली भीड़ के लिहाज से विरोधियों को परेशान करने के लिए काफ़ी थी।
बिहार महागठबंधन में आरजेडी को 20 और कांग्रेस को 9 सीटें मिली हैं। शरद यादव की पार्टी का राष्ट्रीय जनता दल में विलय होगा। कई जगहों पर तिकोना मुक़बाल तय है।