सरकार सिर्फ़ नोट वालों की और वोट वालों की सुनती है, मध्यवर्ग का तेल निकालने में लगी है। ट्रांसपोर्ट सर्विसेज़ कारख़ानों के उत्पाद दवा-दारू सब महँगा हो रहा है जबकि आय हर तरफ़ से घट रही है। यही वर्ग इनकम टैक्स भी दे रहा है और इसी की कोई कहीं सुनवाई नहीं है! कोरोना की महामारी में कराहते मध्यवर्ग की करुण पुकार सुनिये शीतल के सवाल में।