अब कोरोना महामारी से उपजे संकट के बीच पाकिस्तान के हालात एक बार फिर से करवट लेने लगे हैं। कहा जाने लगा है कि अब इमरान ख़ान चंद दिनों के मेहमान हैं और सेना ने वहाँ तख्तापलट की तैयारी कर ली है।
अटकलें तेज़ हो गई हैं कि फौज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से नाराज़ है। कोरोना से से निपटने के मामले में इमरान ख़ान ने जो ढिलाई दिखाई है, उससे ख़फ़ा होकर ही उसने एकतरफा तौर पर लॉकडाउन की घोषणा करके कमान अपने हाथों में ले ली है। ऐसे में क्या तख्ता पलट के लिए उनके ख़िलाफ़ अब माहौल बन चुका है?
पाकिस्तान सेना के प्रमुख क़मर बाजवा ने बड़े-बड़े उद्यमियों के साथ निजी बैठक क्यों की है? पाकिस्तान की राजनीति में हमेशा ताक़तवर रही सेना क्या अब वहाँ की अर्थव्यवस्था को भी तय करेगी?