राहुल गाँधी अमेठी के साथ केरल की वायनाड लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी के तमाम नेता कह रहे हैं कि राहुल अमेठी में स्मृति ईरानी के मुक़ाबले अपनी हार से डर गए हैं। तो क्या सच में राहुल डर गये हैं?
राहुल गाँधी ने अमेठी के साथ ही दक्षिण की एक ‘सुरक्षित’ सीट वायनाड से चुनाव लड़ने का फ़ैसला लिया है। राहुल के यहाँ से चुनाव लड़ने के पीछे कई कारण बताये जा रहे हैं।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा को डर है कि इस बार अमेठी में उनकी ग़ैर-मौजूदगी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी की मुश्किलें बढ़ सकती है।
दुनिया भर के बड़े अर्थशास्त्री क्या राहुल गाँधी की न्यूनतम आय योजना यानी 'न्याय' के पक्ष में हैं? राहुल ने कहा है कि योजना को लेकर रघुराम राजन सहित दुनिया के सभी बड़े अर्थशास्त्रियों से संपर्क साधा। क्या सबने सहमति दी है?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी इस बार दो सीट लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ेंगे। केरल कांग्रेस के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा है कि राहुल गाँधी केरल की वायनाड सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे।
क्या उत्तर प्रदेश के चक्कर में कांग्रेस महाराष्ट्र को भूल गई है? जबकि राहुल गाँधी महाराष्ट्र की राजनीति पर ध्यान देकर उत्तर प्रदेश से ज़्यादा फल हासिल कर सकते हैं।