जवाहरलाल नेहरू का जिस्म भले ही नहीं रहा हो, लेकिन वह एक लड़ाई अभी भी लड़ रहे हैं। वह लड़ाई क्या है यह कंगना के उस बयान से भी पता चलता है जिसमें उन्होंने कहा है कि आज़ादी 1947 में नहीं बल्कि 2014 में मिली है।
दो दिन पहले ही पद्म श्री अवार्ड से नवाजी गईं कंगना रनौत ने क्यों कहा, '...और उन्होंने एक क़ीमत चुकाई... बिल्कुल वो आज़ादी नहीं थी, वो भीख थी। और जो आज़ादी मिली है वो 2014 में मिली है।'
मुंबई की एक अदालत ने गीतकार जावेद अख़्तर को नोटिस जारी कर कहा है कि उनके ख़िलाफ़ अवमानना याचिका पर सुनवाई 12 नवंबर को होगी और वे उस दिन अदालत में मौजूद रहें।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आख़िर देश में पॉजिटिव मीडिया क्यों चाहते हैं? खुद संघ के मुखपत्र ‘पाँचजन्य’ द्वारा एक उद्योग समूह को राष्ट्र-विरोधी बताना कितनी सकारात्मक ख़बर है?
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफ़े के बाद सिद्धू के पाकिस्तान के साथ रिश्ते की बात कही तो बीजेपी नेताओं ने कैप्टन को राष्ट्रवादी नेता बताने लगे? यह बयान क्या पंजाब में भविष्य की राजनीति का संकेत दे रहे हैं? आरएसएस की क्या प्रतिक्रिया है?
संघ प्रमुख मोहन भागवत हिन्दू राष्ट्र की कल्पना पर ज़ोर देते हैं, लेकिन साथ ही अब सामाजिक समरसता और दूसरे समुदाय के लोगों से संपर्क को बढ़ावा देना भी चाहते हैं। क्या भागवत संघ को बदलने की कोशिश में हैं?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मोहन भागवत ने एक बार फिर कहा है कि मुसलमान भारत में आक्रमणकारी बन कर आए थे, जबकि सच यह है कि वे यहां सबसे पहले व्यापारी बन कर आए थे।